संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू होगा. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद पहुंचकर मीडिया को संबोधित किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज शीतकालीन सत्र का पहला दिन है. यह सत्र इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि हम 15 अगस्त से पहले मिले थे. 15 अगस्त को आजादी के 75 वर्ष पूरे हुए. अब हम अमृत काल की यात्रा में आगे बढ़ रहे हैं. एक ऐसे समय में हम लोग मिल रहे हैं, जब देश को हमारे हिंदुस्तान को जी-20 की मेजबानी का अवसर मिला है.
उन्होंने कहा कि भारत को जी 20 की मेजबानी मिलना बड़ा अवसर है. उन्होंने कहा कि यह G20 समिट सिर्फ एक कूटनीतिक कार्यक्रम नहीं है. यह दुनिया के सामने भारत की क्षमता को प्रदर्शित करने का मौका है. इतना बड़ा देश, लोकतंत्र की जननी, इतनी विविधता, इतनी क्षमता- यह दुनिया के लिए भारत को जानने का और भारत के लिए दुनिया को अपनी क्षमता दिखाने का मौका है.
पीएम ने कहा कि जिस तरह से भारत ने वैश्विक समुदाय में अपनी जगह बनाई है, जिस तरह से भारत से उम्मीदें बढ़ी हैं और जिस तरह से भारत वैश्विक मंच पर अपनी भागीदारी बढ़ा रहा है, ऐसे समय में भारत को G20 प्रेसिडेंसी मिलना बहुत बड़ी बात है. उन्होंने कहा कि इस सत्र में देश को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए, वर्तमान वैश्विक परिस्थितियों में भारत को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक नए अवसरों को ध्यान में रख कर कई महत्वपूर्ण निर्णय इस सत्र में करने का प्रयास किया जाएगा.
पीएम ने कहा- मुझे विश्वास है कि सभी राजनीतिक दल, इस सत्र के दौरान चर्चा के स्तर में मूल्यवृद्धि करेंगे. अपने विचारों से निर्णयों को नई ताकत देंगे व दिशा को और स्पष्ट रूप से उजागर करने में मदद करेंगे.
पीएम ने कहा- मैं सभी पार्टी के नेताओं को और सभी फ्लोर लीडर्स को बहुत ही आग्रह करना चाहता हूं कि ज्यादा से ज्यादा अवसर सब चर्चाओं में भाग लें. पिछले दिनों करीब-करीब सभी दलों के नेताओं से मुलाकात हुई इस दौरान युवा सांसदों ने कहा कि सत्र ना चलने के कारण, सदन ना चलने के कारण हम जो सीखना चाहते हैं, हम उससे अछूत रह जाते हैं. हमें वह सौभाग्य नहीं मिलता, इसलिए सदन का चलना बहुत जरूरी है.
मोदी ने कहा- मैं समझता हूं कि विपक्ष के जो सांसद हैं उनका भी यही कहना है कि डिबेट में उन्हें बोलने का मौका नहीं मिलता है. उसके कारण सदन स्थगित हो जाती है. उसके कारण हमें बहुत नुकसान होता है. मैं समझता हूं कि सभी पार्टियों के नेता और फ्लोर नेता हमारी इन सांसदों की वेदना को समझें, देश के विकास में उनके सामर्थ्य को जोड़ने के लिए उनके तजुर्बे का लाभ देश को मिले.
मालूम हो कि सरकार इस सत्र में 16 बिल पास कर सकती है. यह सत्र 29 दिसंबर तक चलेगा. इससे पहले 6 दिसंबर को संसद परिसर में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक हुई थी, जिसमें तमाम राजनेताओं ने भाग लिया था.