scorecardresearch
 

'समस्या का समाधान टालने वाली सोच ठीक नहीं, ये भविष्य को अंधकार की ओर धकेलता है' PM मोदी बोले

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने NTPC की विभिन्न हरित ऊर्जा परियोजनाओं की आधारशिला रखी. इस दौरान पीएम ने कहा कि समस्या का समाधान टालने वाली सोच ठीक नहीं है. इसी सोच की वजह से देश के कई राज्यों में आज पावर सेक्टर बहुत बड़े संकट में है. हमारे देश का डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर में लॉसे डबल डिजिट में है. हमारे यहां काफी मात्रा में बिजली बर्बाद की जाती है.

Advertisement
X
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम को संबोधित करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम को संबोधित करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को NTPC की विभिन्न हरित ऊर्जा परियोजनाओं की आधारशिला रखी. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएम ने प्रधानमंत्री नेशनल सोलर रूफटॉप पोर्टल का भी शुभारंभ किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि अगले 25 वर्षों में ऊर्जा और बिजली क्षेत्र भारत की प्रगति को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. 

Advertisement

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 8 साल पहले हमने देश के पावर सेक्टर के हर अंग को ट्रांसफॉर्म करने का बीड़ा उठाया था. बिजली व्यवस्था सुधारने के लिए चार अलग-अलग दिशाओं में एक साथ काम किया गया. 

इस मौके पर पीएम ने कहा कि समस्या का समाधान टालने वाली सोच ठीक नहीं है. इसी सोच की वजह से देश के कई राज्यों में आज पावर सेक्टर बहुत बड़े संकट में है. जब किसी राज्य का पावर सेक्टर कमजोर होता है तो इसका प्रभाव पावर सेक्टर पर भी पड़ता है और उस राज्य के भविष्य को अंधकार की ओर धकेल देता है. हमारे  डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर में लॉसेस डबल डिजिट में हैं, जबकि विकसित देशों में यह सिंगल डिजिट में हैं.

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे यहां बिजली की बहुत बर्बादी होती है. पीएम ने कहा कि सवाल ये है कि डिस्ट्रीब्यूशन और ट्रांसमिशन के दौरान जो नुकसान होता है, उसे कम करने के लिए राज्यों में जरूरी निवेश क्यों नहीं होता. क्योंकि बिजली कंपनियों के पास फंड की कमी रहती है. ऐसे में कई साल तक पुरानी ट्रांसमिशन लाइनों से काम चलाया जाता है. नुकसान बढ़ता जाता है, जनता को महंगी बिजली मिलती है.

Advertisement

पीएम ने कहा कि आंकड़े बताते हैं कि बिजली कंपनियां पर्याप्त बिजली पैदा कर रही हैं, फिर भी उनके पास पर्याप्त फंड नहीं है. इस कड़वे सच से आप परिचित हैं, शायह ही कभी ऐसा हुआ है, डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी का पैसा समय पर मिला हो. राज्यों पर भारी बकाया रहते हैं. अलग-अलग राज्यों का एक लाख करोड़ का बिल बकाया पड़ा है, ये पैसा उन्हें पावर जनरेशन कंपनियों को देना है. उनसे बिजली ले ली है. 

'उज्ज्वल भारत उज्ज्वल भविष्य - पावर @ 2047'  के समापन समारोह में पीएम मोदी ने राज्यों से बिजली क्षेत्र का बकाया जल्द से जल्द चुकाने का आग्रह किया. साथ ही कहा कि हमें स्थिति की गंभीरता को समझना होगा. देश के उज्जवल भविष्य के लिए जरूरी है कि हमें जागरूक होना पड़ेगा. ये राजनीति का नहीं, राष्ट्रनीति और राष्ट्रनिर्माण का सवाल है. बिजली से जुड़े सिस्टम सवाल है. 

ये भी देखें

 

Advertisement
Advertisement