गांधी नगर में पड़ोसी युवक के हवस और दरिंदगी की शिकार हुई पांच साल की बच्ची अभी जिंदगी और मौत से जंग लड़ रही है. बच्ची के पिता का कहना है कि पुलिस ने उन्हें चुप रहने के लिए 2,000 रुपये की पेशकश की.
पुलिस की बेशर्मी यहीं खत्म नहीं हुई थी. उन्होंने बच्ची के पिता को सलाह दी कि बच्ची के जिंदा बचे होने के लिए वह ईश्वर का शुक्रिया अदा करे. बच्ची की गंभीर हालत को देखते हुए उसे एम्स शिफ्ट कर दिया गया है. बच्ची के पिता ने कहा, 'हम पुलिस के पास एफआईआर दर्ज कराने गए थे. बच्ची दो दिन से लापता थी. उन्होंने कभी उसे ढूंढ़ने की कोशिश नहीं की, बल्कि हमें बाहर निकाल दिया.'
पिता ने कहा कि परिवार को बुधवार को बच्ची के गुम होने का पता चला. पुलिस ने उन्हें बच्ची के साथ हुई घटना अपने परिवार के समक्ष उजागर नहीं करने के लिए कहा और यहां तक कि चुप रहने के लिए उन्हें 2,000 रुपये की पेशकश कर डाली.