दिल्ली में पीपीएसी सरचार्ज को लेकर सियासत तेज हो गई है. बीजेपी आम आदमी पार्टी सरकार पर निशाना साध रही है और घोटाले का आरोप लगा रही है. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने सोमवार को विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है. वहीं आम आदमी पार्टी ने भी अब पलटवार किया है.
'दिल्ली की जनता को लूट रही AAP'
दिल्ली प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, 'आम आदमी पार्टी सरकार दिल्ली की जनता को लूट रही है. बिजली के बिलों में बढ़ोतरी से आम आदमी जूझ रहा है. ईमानदारी से बिजली का बिल भरने वाले हर व्यक्ति को लूटा जा रहा है. पीपीएसी सरचार्ज और पेंशन सरचार्ज के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है.'
उन्होंने कहा, 'दिल्ली सरकार और बिजली कंपनियां इस पैसे का आनंद ले रही हैं. कल हम 14 बिजली कार्यालयों पर तब तक विरोध प्रदर्शन करेंगे जब तक पीपीएसी और पेंशन सरचार्ज वापस नहीं ले लिया जाता. हमने डीआरसी से जांच की मांग की है कि कैसे दिल्ली सरकार और बिजली कंपनियां घोटाला कर रही हैं.'
विरोध प्रदर्शन करेगी बीजेपी
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, '2015 से हर सर्दी और गर्मी में वर्ष की संबंधित तिमाही के लिए पीपीएसी बढ़ाया जाता है, लेकिन तिमाही के अंत के बाद इसे कभी वापस नहीं लिया जाता है और जो पीपीएसी 1.5 प्रतिशत शुल्क के रूप में शुरू हुआ था, वह अब लगभग 45 प्रतिशत तक पहुंच गया है. दिल्लीवासी दिल्ली सरकार और बिजली वितरण कंपनियों द्वारा गर्मियों या तेज सर्दियों की जरूरतों के लिए पहले से बिजली खरीदने में विफल रहने की कीमत चुका रहे हैं.'
उन्होंने कहा, 'पीपीएसी 2015 तक बिजली वितरण कंपनियों के लिए स्वीकृत व्यावसायिक विनियामक योजना का हिस्सा नहीं था और यह अरविंद केजरीवाल सरकार और बिजली वितरण कंपनियों के बीच बड़े भ्रष्टाचार की मिलीभगत का हिस्सा है और हम इसकी न्यायिक जांच की मांग करते हैं.' दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने घोषणा की है कि हम पीपीएसी एवं अन्य सरचार्ज के विरोध में कल सोमवार 15 जुलाई को दिल्ली के सभी 14 जिलों में बिजली दफतरों पर प्रदर्शन करेंगे.
AAP ने किया पलटवार
वहीं आम आदमी पार्टी ने कहा, 'बीजेपी दिल्ली की जनता को और गुमराह नहीं कर सकती है. दिल्ली में 24 घंटे और 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली मिलती है. 200 यूनिट के ऊपर भी देश में सबसे सस्ती बिजली दिल्ली में मिलती है. बीजेपी को बताना चाहिए कि उनके द्वारा शासित गुजरात और उत्तर प्रदेश में महंगी बिजली मिलने के बाद भी कई घंटों के पावरकट क्यों लगते हैं?'
बढ़ने वाले हैं बिजली के बिल
दिल्ली के उपभोक्ताओं को बिजली बिल में पावर परचेज एडजस्टमेंट चार्ज यानी PPAC चार्ज का भी भुगतान करना होता है. अब बिजली कंज्यूमर्स को झटका लगने वाला है, क्योंकि बिजली वितरण कंपनियां पावर परचेज एडजस्टमेंट चार्ज (PPAC) करीब 8% तक बढ़ाने जा रहीं हैं. इससे बिजली के दाम बढ़ जाएंगे. यानि 1 मई से जो बिजली खर्च करेंगे, उसमें ये बढ़ा हुआ दाम जुड़ेगा तो जुलाई में आने वाले बिल में पीपीएसी बढ़कर लगा आएगा. यानि जुलाई में आ रहे बिलों में ये बढ़ोतरी दिखेगी. ये बढ़ोतरी 3 महीने तक रहेगी.