दिल्ली विधानसभा में निर्दलीय विधायक रामबीर शौकीन ने केजरीवाल सरकार से समर्थन वापस लेने का फैसला किया है. शौकीन आज उप राज्यपाल नजीब जंग से मिलकर सरकार से समर्थन वापसी के अपने फैसले से अवगत कराएंगे. दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार को समर्थन दे रहे एकमात्र जद(यू) विधायक शोएब इकबाल ने हालांकि केजरीवाल सरकार से समर्थन लेने से इनकार किया है. लेकिन उनके तेवर भी तल्ख नजर आ रहे हैं. उन्होंने कहा है कि सोमवार को वह राजनीतिक हालात पर उप राज्यपाल से मिलकर चर्चा करेंगे.
वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी आज उप राज्यपाल से मिलेंगे. केजरीवाल ने कहा है कि अगर जनलोकपाल बिल पास नहीं हुआ तो वह इस्तीफा दे देंगे. इस समय आम आदमी पार्टी के 27 विधायक हैं. कांग्रेस अपने 8 विधायकों के साथ केजरीवाल के समर्थन में खड़ी है. इस तरह कुल 35 विधायक केजरीवाल सरकार के समर्थन में हैं. लेकिन विधानसभा में बहुमत के लिए 36 विधायकों का साथ चाहिए.
बीजेपी और कांग्रेस ने केजरीवाल की इस्तीफा देने की धमकी पर निशाना साधा है. बीजेपी ने कहा है कि इस बिल के जरिए केजरीवाल सरकार राजनीति करना चाहती है. जब एलजी को बिल पर ऐतराज ही नहीं है तो उनसे मंजूरी लेकर बिल पेश करने के पीछे मंशा क्या है?
दिल्ली कांग्रेस के नेता मुकेश शर्मा ने कहा कि उनकी पार्टी मजबूत लोकपाल बिल का समर्थन करती है लेकिन एक असंवैधानिक बिल का किसी सूरत में समर्थन नहीं करेंगे.
रविवार को केजरीवाल की अन्ना हजारे से फिर मुलाकात हुई है. केजरीवाल ने बताया कि अन्ना से जनलोकपाल और स्वराज बिल पर चर्चा हुई और अन्ना ने दोनों बिल पर सहमति जताई.
अन्ना से मुलाकात पर किरण बेदी ने केजरीवाल पर निशाना साधा है. किरण ने ट्वीट किया, 'मुझे हैरानी हो रही है कि दिल्ली लोकायुक्त विधेयक पारित कराने के लिए तैयार किया गया या दूसरों पर इल्जाम लगाकर बच निकलने के लिए तैयार किया गया? दिल्ली के सीएम पद की शपथ लेते समय केजरीवाल अन्ना को भूल गए थे, अब वह फिर से अन्ना का समर्थन मांग रहे हैं?'