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किसके मच्छर, कौन मारेगा, दिल्ली में बीमारियों पर बड़ी सियासत

दिल्ली में मच्छर मार अभियान चल रहा है, तो सियासत भी पूरे दमखम से चल रही है. दिल्ली के लोगों को सबसे बड़ी परेशानी मच्छरों से है और जो मच्छरों को मारेगा, जनता के दिलों में वही उतरेगा. बस इसी को लेकर नेताओं के बीच मच्छर मारने की होड़ मच गई है.

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मच्छर
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दिल्ली में मच्छर मार अभियान चल रहा है, तो सियासत भी पूरे दमखम से चल रही है. दिल्ली के लोगों को सबसे बड़ी परेशानी मच्छरों से है और जो मच्छरों को मारेगा, जनता के दिलों में वही उतरेगा. बस इसी को लेकर नेताओं के बीच मच्छर मारने की होड़ मच गई है.

दिल्ली सरकार ने एमसीडी को बायपास करते हुए फॉगिंग का काम अपने जिम्मे ले लिया, तो बीजेपी के विधायक भी मैदान में उतर आए, लेकिन नए नारे के साथ. जिसमें दिल्ली सरकार पर तंज भी है और अपनी सियासत भी. विश्वास नगर से विधायक ओपी शर्मा ने अपने इलाके में कई होर्डिंग लगवाए हैं, जिसमें ओपी शर्मा की फॉगिंग करते हुए फोटो है और ऊपर नारा लिखा है, 'आप के मच्छर हम मारेंगे'... मतलब साफ है कि बीजेपी विधायक ने अपनी इस मुहिम से दिल्ली सरकार पर भी निशाना साधा है और मच्छरों के फैलाव के लिए आम आदमी पार्टी की सरकार को ही जिम्मेदार ठहराया है.

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ओपी शर्मा के मुताबिक दिल्ली सरकार उस वक्त हाथ पे हाथ धरे बैठे रही, जब मच्छरों के खिलाफ अभियान की रणनीति बनाई जानी थी. अप्रैल-मई के दौरान दिल्ली सरकार ने कोई कोर्डिनेशन नहीं किया, न ही मच्छरों को ही न पनपने देने के लिए कोई एक्शन प्लान बनाया. दिल्ली सरकार की भूमिका इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि दिल्ली में अलग-अलग सिविक एजेंसी हैं, जिनके बीच सामंजस्य बनाने के लिए दिल्ली सरकार को काम करना था, अब जबकि मच्छर ने बीमारियों को फैला दिया, तो फिर सांप निकलने के बाद दिल्ली सरकार लाठी पीट रही है.

ओपी शर्मा ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार ने फॉगिंग मशीन खरीद में भी घोटाला किया है, क्योंकि अगर सरकार ने छह सौ मशीनें खरीदी हैं, तो उन्हें अपनी विधानसभा में फॉगिंग कराने के लिए नौ मशीने मिलनी चाहिए, लेकिन मुश्किल से एक दो सरकारी मशीन ही मिल पाती हैं. बीजेपी विधायक के मुताबिक उन्होंने अपने पैसे से विधानसभा में आने वाले चारों निगम वार्डों के लिए मशीनें खरीदी हैं, और वो खुद इन इलाकों में फॉगिंग करवा रहे हैं. गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने एमसीडी पर नाकामी का आरोप लगाकर खुद ही फॉगिंग मशीन खरीदने का फैसला किया है, जबकि फॉगिंग और दवा छिड़काव की ज़िम्मेदारी सिविक एजेंसियों के ज़िम्मे होती है. वहीं दूसरी तऱफ एमसीडी के सफाई के दावे को नकारने के लिए आम आदमी पार्टी ने स्पॉट-द-गार्बेज नाम से अभियान चलाया है.

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