दिल्ली में बिजली की नई दरें फिर से महंगी हो गई हैं. बिजली दरों में डेढ़ फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है जो एक मई से लागू हो गई हैं. बिजली दरों में बढ़ोत्तरी की वजह सरचार्ज में बढ़ोत्तरी बताई गई है.
फरवरी के महीने में सरचार्ज लागू किया गया था. शुक्रवार को सरचार्ज को रिव्यू किया गया और दरें बढ़ाने का फैसला किया गया. अगले तीन महीने यानी मई, जून और जुलाई तक ये दरें लागू होंगी उसके बाद इनकी फिर समीक्षा की जाएगी.
दिल्ली में बिजली दरों में बढ़ोत्तरी का संकेत भी मुख्यमंत्री शीला दीक्षित दे चुकी थीं. तीनों बिजली कंपनियों ने वैसे तो पिछले साल दिसंबर में ही टैरिफ पिटिशन दे दी थी. इसके बाद पब्लिक से सुझाव और आपत्तियां भी मांगी गई थीं.
डीईआरसी ने बीएसईएस यमुना पावर लिमिटेड (बीवाईपीएल) और बीएसईएस राजधानी पावर लिमिटेड (बीआरपीएल) के लिए 4.5 प्रतिशत अधिभार तय किया है, जबकि टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) के लिए अधिभार 3 प्रतिशत होगा.
सभी तीन वितरण कंपनियों के उपभोक्ताओं के लिए शुल्क वृद्धि 1.5 प्रतिशत होगी क्योंकि बीवाईपीएल और बीआरपीएल के लिए अधिभार पिछली तिमाही में 3 प्रतिशत था, जबकि टीपीडीडीएल के लिए यह 1.5 प्रतिशत था.
डीईआरसी की सचिव जयश्री रघुरमन ने बताया, ‘बीआरपीएल और बीवाईपीएल के ग्राहकों के लिए अधिभार 3 प्रतिशत से बढ़ाकर 4.5 प्रतिशत किया गया है. इस तरह से, उनके लिए वृद्धि 1.5 प्रतिशत है. टीपीडीडीएल के उपभोक्ताओं के लिए अधिभार 1.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 3 प्रतिशत किया गया है.’ दरों में यह वृद्धि एक मई से प्रभावी हो गई है.