राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुवार को साउथ एमसीडी को बिजली की बचत के लिए अवॉर्ड दिया. ऊर्जा संरक्षण के लिए राष्ट्रीय स्तर पर साउथ एमसीडी पहले स्थान पर रही.
साउथ एमसीडी की तरफ से कमिश्नर पुनीत कुमार गोयल और मेयर कमलजीत सहरावत ने विज्ञान भवन में हुए कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति के हाथों अवॉर्ड प्राप्त किया. इस मौके पर साउथ एमसीडी कमिश्नर पुनीत कुमार गोयल को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण सम्मान से नवाजा गया. ये अवॉर्ड राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस 2017 के अवसर पर विज्ञान भवन नई दिल्ली में आयोजित समारोह में प्रदान किया गया.
साउथ एमसीडी ने बेहद कम समय में पारंपरिक स्ट्रीट लाइट के स्थान पर एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाने के विश्व के अब तक के सबसे बड़े कार्यक्रम को पूरा किया और साल भर में लगभग 9 करोड़ यूनिट बिजली की बचत की है.
साउथ एमसीडी के मुताबिक इस दौरान करीब 28 लाख स्ट्रीट लाइटों को बदला गया और लाख 80 हजार सोडियम स्ट्रीट लाइट का कुल कनैक्टिड लोड जो पहले 37.50 मैगावाट था जो LED स्ट्रीट लाइट लगाने से कम होकर 18.31 मैगावाट हो गया है. यही नहीं इससे ऊर्जा की खपत का शुल्क भी कम होकर लगभग 65 करोड़ रुपये हो गया है.
साउथ एमसीडी के मुताबिक इससे पहले लाइनों के रख रखाव के लिए हर साल उसे करीब 28 करोड़ रुपये खर्च करता था, लेकिन अब यह खर्च कम होकर 8.32 करोड़ रुपये रह गया है. इसके अलावा इससे हर साल 65 हजार टन कार्बन डाईऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी आएगी.
साउथ एमसीडी कमिश्नर पुनीत गोयल के मुताबिक स्ट्रीट लाइट की खराबी को 48 घंटे के भीतर सही किया जा रहा है. लोग वेब लिंक, मोबाइल ऐप, व्हाट्सअप, और ई-मेल के ज़रिए शिकायत कर पा रहे हैं.