दिल्ली में भी आज कई मासूम मिड-डे मील के कहर से बाल-बाल बच गए. रोहिणी में नगर निगम के एक स्कूल में मिड-डे मील चखते ही तीन लोग बीमार पड़ गए. मिड-डे मील प्रिसिंपल के अलावा एक शिक्षक और आया ने चखा था.
मिड-डे मील चखते ही तीनों के चेहरे सूज गए. तीनों को तुरंत बुध विहार के ब्रह्म शक्ति अस्पताल ले जाया गया जहां से मैक्स अस्पताल रेफर कर दिया गया. गनीमत ये रही कि संदेह होते ही खाना बच्चों को खाने से रोक दिया गया.
रोहिणी स्थित सेक्टर-21 के नगर निगम प्राथमिक सह शिक्षा विद्यालय में सोमवार शाम को मिड-डे मील आया और मिड-डे मील को बच्चों को देने से पहले स्कूल प्रिंसिपल ऊषा मेहता, एक दूसरे टीचर व आया ने जांचा. इससे तीनों के चेहरे पर सूजन आ गई और तीनों को अस्पताल ले जाया गया. यहां से उन्हें मैक्स अस्पताल के लिए रेफर किया गया है. तीनों अस्पताल में भर्ती हैं.
सुबह के सत्र के प्रिंसिपल बलराम माथुर ने बताया कि खाने में ऐसा क्या था और सूजन क्यों आई, यह तो जांच का विषय है. आशंका है कि इसके पीछे कोई साजिश भी हो. फिलहाल जांच की जा रही है.
मिड-डे मील में जरूरी तत्वों का अभाव
उत्तर दिल्ली नगर निगम के मिड-डे मील के नमूनों ने एक बार फिर कैलोरी और प्रोटीन का अभाव पाया गया है. चार माह पहले भी यह समस्या सामने आई थी.
स्थायी समिति के सामने दी गई सूचना के अनुसार, 36 नमूनों में से मात्र छह नमूने ही मिड डे मील में प्रोटीन के परीक्षण में खरे उतरे. यह मिड डे मील प्राथमिक स्कूलों में बच्चों को दिया जाता है. कैलोरी के संदर्भ में 36 में से मात्र तीन नमूने ही परीक्षण में अनुकूल पाए गए.