देश की सबसे हाईटेक मानी जानेवाली दिल्ली की तिहाड़ जेल से शनिवार शाम एक कैदी के फरार होने के मामले में नया खुलसा हुआ है. बताया जाता है कि कैदी जेल में सुरंग खोदकर नहीं बल्कि दीवार में छेद करके फरार हुआ है. उपराज्यपाल नजीब जंग और केंद्र सरकार की ओर से गृह मंत्रालय ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं.
उपराज्यपाल ने दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के डीएम अंकुर गर्ग को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है. मामले में एक हफ्ते के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है. दूसरी ओर, सूत्रों के हवाले से खबर है कि पुलिस ने इस बाबत जो एफआईआर दर्ज की है, उसमें कहा गया है कि कैदी जेल नंबर-8 की दीवार में छेद करके फरार हुआ.
कूद गए 16 फीट की दीवार
जेल से जुड़े सूत्रों ने बताया, 'फरार कैदी जावेद डीजी ऑफिस की तरह से बाहर निकला है. दोनों कैदियों ने पहले सात नंबर जेल की 13 फीट ऊंची दीवार में 2-2 फीट के
दो छेद किए और उससे होते हुए आठ नंबर की जेल में आ गए. इसके बाद वहां की 16
फीट ऊंची दीवार को कूदकर दोनों नाले के पास पहुंच गए.' मामले में गृह मंत्रालय ने भी तिहाड़ जेल प्रशासन ने रिपोर्ट मांगी है.
गौरतलब है कि तिहाड़ से फरार होने के दौरान एक दूसरा कैदी नाले के पास पकड़ा गया. इससे पहले खबर आई थी कि दोनों ने जेल नंबर-8 में सुरंग खोदकर उसे जेल से बाहर बहने वाले नाले से जोड़ा और फिर नाले के रास्ते फरार हो गए.
रोजा वार्ड में बंद थे कैदी
बताया जाता है कि तिहाड़ जेल में रमजान के मद्देनजर एक रोजा वार्ड बनाया गया है. इसमें 21 कैदी बंद थे. फैजान और जावेद भी रोजा वार्ड में थे. 27 जून को जब कैदियों की गिनती हुई तो दो कैदी कम पाए गए. सर्च ऑपरेशन के दौरान फैजान को नाले के पास पकड़ा गया, जबकि जावेद भागने में सफल हो गया.
तिहाड़ जेल नंबर-7 में 350 कैदी की क्षमता है, जबकि इसमें 837 कैदी बंद हैं. पूरे तिहाड़ जेल की कुल क्षमता 6250 कैदियों की है और इसमें 14, 366 कैदी बंद हैं.