कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों के समर्थन में सोमवार को इंडिया गेट पर धरने पर बैठीं. उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह लोकतंत्र है, तानाशाही नहीं है और छात्र इस लोकतंत्र के मूल हैं. कांग्रेस महासचिव ने कहा है कि देश गुंडों की जागीर नहीं है.
प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री को इस बात पर जवाब देना चाहिए कि कल (रविवार) जामिया में क्या हुआ, किसकी सरकार ने छात्रों के साथ मारपीट की? उन्हें डूबती अर्थव्यवस्था पर बोलना चाहिए. उनकी पार्टी के विधायक ने एक लड़की के साथ बलात्कार किया, उस पर बात क्यों नहीं की?
प्रियंका गांधी के साथ केसी वेणुगोपाल, पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी, अहमद पटेल और पार्टी के अन्य नेता भी धरने पर बैठे. बता दें कि रविवार को जामिया में प्रदर्शन के दौरान कई छात्राएं घायल हो गईं. छात्राओं का आरोप है कि दिल्ली पुलिस ने उनपर हमला किया, साथ ही कैंपस में आंसू गैस के गोले छोड़े गए. इन्हीं छात्राओं के समर्थन में प्रियंका धरने पर बैठीं.
समर्थकों के साथ धरने पर बैठीं
प्रियंका गांधी के साथ-साथ उनके समर्थक भी धरने पर बैठे थे. कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि 2 घंटे का ये प्रदर्शन 4 बजे शुरू हुआ. उन्होंने कहा कि जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ एकजुटता व्यक्त करना है.
कई छात्राएं हुईं घायलPriyanka Gandhi Vadra: Govt has given a blow to the Constitution. It's an attack on the soul of the nation, youth is the soul of the nation. It's their right to protest. I'm a mother too. You entered into their library, dragged them out and thrashed them up. This is tyranny. pic.twitter.com/tcOBAGpCea
— ANI (@ANI) December 16, 2019
दरअसल, रविवार को जामिया में प्रदर्शन के दौरान कई छात्राएं घायल हो गईं. छात्राओं का आरोप है कि दिल्ली पुलिस ने उनपर हमला किया, साथ ही कैंपस में आंसू गैस के गोले छोड़े गए.
पुलिस ने रविवार को छात्रों के खिलाफ बल का इस्तेमाल किया था. संशोधित कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बाद हिंसक प्रदर्शन हुए जिसमें बसों को आग लगा दी गई.
Delhi: Priyanka Gandhi Vadra, KC Venugopal, AK Antony, PL Punia, Ahmed Patel, & other Congress leaders sit on a symbolic protest near India Gate over police action during students' protests in Jamia Millia Islamia (Delhi) & Aligarh Muslim University. pic.twitter.com/0E1ske0pGf
— ANI (@ANI) December 16, 2019
क्या है पूरा मामला
बता दें कि, रविवार को दक्षिण दिल्ली में भीड़ ने पुलिसकर्मियों, आम नागरिकों व मीडिया को निशाना बनाया था. भीड़ ने दक्षिणी दिल्ली के कुछ इलाकों को कब्जे में ले लिया. प्रदर्शनकारियों के हिंसक होने व पुलिस के साथ झड़प के पांच घंटे बाद पुलिस ने जामिया नगर में फ्लैग मार्च किया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे. हिंसक भीड़ ने पुलिसकर्मियों की बड़ी टुकड़ी से संघर्ष किया और मीडिया पर भी पथराव किया.
नाराज भीड़ ने बसों को आग लगा दिया या क्षतिग्रस्त किया और इसके अलावा कारों व एक बाइक को निशाना बनाया. पथराव में दो दमकल अधिकारी घायल हो गए. नए नागरिकता अधिनियम को लेकर दक्षिण दिल्ली में करीब एक घंटे तक प्रदर्शन चला.