पालिका बाजार में गुरुवार को दुकानदारों और प्रदर्शकारियों के बीच पोर्न सीडी की बिक्री को लेकर जमकर हुआ. पोर्न सीडी की बिक्री के खिलाफ एक एनजीओ के सदस्यों ने पालिका बाजार में प्रदर्शन किया.
दरअसल, पुलिस के छापे के बावजूद पोर्न सीडी की दुकानें खुली हुईं थीं. इससे पहले आज तक पर खबर दिखाए जाने के बाद प्रशासन हरकत में आया था और कनॉट प्लेस के पालिका बाजार में बुधवार को छापा मारकर अश्लील फिल्मों की सीडियां जब्त की गईं थीं.
आज तक ने खबर दिखाई थी कि राजधानी दिल्ली में पुलिस की नाक के नीचे किस तरह धड़ल्ले से अश्लील सीडी, फिल्मों और मेमोरी कार्ड का धंधा चल रहा है. खबर दिखाए जाने के बाद आज पुलिस ने कुछ दुकानों पर छापेमारी की है.
हमने आपको दिखाया था कि जहां, कनॉट प्लेस के अंडरग्राउंड मार्केट पालिका बाजार में अश्लील सीडी बिक रही है तो वहीं, चांदनी चौक के एक बाजार में माइक्रोचिप और मोबाइल के मेमोरी कार्ड में अश्लील चीजों का बाजार गर्म है.
आज तक पर दिखाई खबर का कुछ इस तरह असर हुआ कि कनॉट प्लेस पुलिस ने आज पालिका बाजार में कुछ दुकानों पर छापेमारी की. हालांकि इस सिलसिले में किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है.
गंदा है पर धंधा है
दरअसल, दिल्ली की गुड़िया के गुनहगारों के बारे में कहा जा रहा है कि 15 अप्रैल की दोपहर तक उनके ज़ेहन में कोई गंदगी नहीं थी, लेकिन शाम होते-होते अश्ललील फिल्में देखते ही उनकी सोच भी गंदी हो गई और फिर देखते ही देखते वो इंसान से हैवान बन गए.
अब सवाल यह है कि आखिर इस गंदी सोच के लिए जिम्मेदार कौन है? कहां से आती है ऐसी सोच? इसी सवाल का जवाब जानने के लिए हमारी टीम ने उस सोच को सच करने वाली चीज़ का ही स्टिंग ऑपरेशन कर डाला. और तब हमें पता चला कि गंदा है पर ये धंधा है.
गुड़िया का हैवान देखता था ब्लू फिल्में
मासूम गुड़िया के साथ हैवानियत की हद लांघ जाने वाले मनोज और प्रदीप की करतूत पर पूरा देश गुस्से में है. उन दोनों दरिंदों की करतूत की एक कड़ी अश्लील फिल्मों से जुड़ती है. जी हां, उन दोनों ने पुलिस से पूछताछ में कबूल किया है कि गुड़िया पर हाथ डालने से पहले उनके हाथ में फोन पर अश्लील फिल्में थी.
लंदन के सेक्स मार्केट की तरह बदनाम पालिका
बलात्कारियों के तार ब्लू फिल्म से जुड़े हैं या नहीं, इसकी जांच पुलिस करेगी और फैसला अदालत. लेकिन ब्लू फिल्मों के बाजार का सबसे बड़ा गढ़ दिल्ली का सबसे बड़ा बाजार कनॉट प्लेस है. आपको यकीन हो या ना हो, लेकिन सच यह है कि पालिका बाजार एम्सटर्डम और साउथ लंदन के सेक्स मार्केट की तरह बदनाम होता जा रहा है. यहां अश्लील फिल्मों की सीडी से लेकर सेक्स ट्वॉय्ज तक धड़ल्ले से बिक रहे हैं.
गया पोर्न CD का जमाना
इससे पहले मेल टुडे' ने अपनी पड़ताल में पाया है कि दिल्ली में अश्लील सामग्री बेचने वाले पुराने अड्डे अब सीडी और डीवीडी से कहीं आगे निकल चुके हैं, जहां वाकई में पैसा है. यहां मोबाइल फोन की बात हो रही है. अब पोर्न डिस्क की बजाए क्लिप्स बेची जा रही हैं.
मोबाइल में मिलेगा 'सब कुछ'
'मेल टुडे' पाइरेटेड और गैरकानूनी, लेकिन वयस्क मनोरंजन की सामग्री मुहैया कराने वाले पारंपरिक पालिका बाजार, गफ्फार मार्केट, और नेहरू प्लेस जा पहुंचा और यह पाया कि चीजें अब बदल गईं हैं. अब दुकानों के सामने न ही किसी नग्न महिला के पोस्टर दिखाई देते हैं और न ही सेल्समैन ग्राहकों पर टूट पड़ते हैं. अब सारा खेल मोबाइल फोन और मेमोरी कार्ड का है, जिन पर सीधे पोर्न सामग्री फीड कर दी जाती है.
कीमत चुकाइए, सब हो जाएगा इंस्टॉल
आखिर यह सब कैसे होता है. दरअसल, जैसा कि करोल बाग और गफ्फार मार्केट में कहा जाता है कि अगर आप 'माल' की तलाश में हैं तो दुकानों की कोई कमी नहीं है. बेहद साधारण सी टेबल में लैपटॉप लिए हुए कई दुकानदार आपको इसी तरह की चीजें बेचते हुए मिल जाएंगे. आपको जो भी चाहिए वो आपके फोन पर तुरंत इंस्टॉल कर दिया जाएगा. हां, आपको इसके लिए कीमत तो चुकानी ही होगी.