आसाराम पर दिल्ली में शिकंजा कसता जा रहा है. रजोकरी आश्रम के बाद रिज रोड पर स्थित उनका आश्रम सवालों के घेरे में है.
रिज एरिया में स्थित उनके आश्रम पर नॉर्थ एमसीडी ने धारा 123 बी के तहत नोटिस जारी किया है. एमसीडी ने उन्हे प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने को कहा है. साथ ही डीडीए और वन विभाग को भी नोटिस जारी कर पूछा है कि आश्रम की जमीन किसकी है.
आसाराम पर जमीन हड़पने का आरोप
वहीं दूसरी ओर आसाराम का दिल्ली के रजोकरी इलाके में आलीशान आश्रम है. आज इसकी कीमत करोड़ों में है. इस आश्रम में आसाराम कभी सत्संग और प्रवचन के लिए आते हैं लेकन आश्रम की देखरेख उनके चेले करते हैं. आसाराम के इन चेलों ने रजोकरी की रहने वाली भगवानी देवी की जिंदगी हराम कर दी है. 80 साल की भगवनी देवी का कहना है कि आसाराम ने उनकी पुस्तैनी जमीन पर कब्जा करके आश्रम के लिए जाने वाला रास्ता बनाया है.
आसाराम के कब्जे से अपनी पुस्तैनी ज़मीन छुड़ाने के लिए भगवानी देवी ने 1995 में अदालत का दरवाजा खटखटाया. 6 साल की लंबी लड़ाई के बाद वो मुकदमा तो जीत गईं लेकिन आसाराम से अपनी जमीन वापस नहीं ले पाईं. जब वो अपने घरवालों के साथ आसाराम के कब्जे से ज़मीन छुड़ाने जाती हैं तो अआसाराम के चेले हंगामा खड़ा कर देते हैं और झगड़े पर उतारू हो जाते हैं.