राफेल डील पर केंद्र की मोदी सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. इसी कड़ी में कांग्रेस दिल्ली में सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेगी. दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि जिस तरह से राफेल डील में केंद्र सरकार ने भ्रष्टाचार किया है उसकी सच्चाई जनता तक पहुंचाने के लिए पार्टी हर बूथ तक अपनी बात पहुंचाएगी.
माकन के मुताबिक कांग्रेस 8 से 15 सितंबर तक दिल्ली के सभी जिलों में राफेल डील को लेकर प्रदर्शन करेगी. अजय माकन ने कहा कि जिस तरह से मोदी सरकार ने राफेल डील में पैसा खाया है वो साबित करता है कि ये सरकार करप्शन में डूबी हुई है.
माकन ने कहा कि मोदी सरकार के करप्शन को जनता के सामने लाने के लिए कांग्रेस दिल्ली में हर बूथ हर आदमी तक आंदोलन करेगी. कांग्रेस के प्रदर्शन के ऐलान पर दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने पलटवार किया है. बीजेपी सांसद ने कहा कि कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी की फ्रांस सरकार इस मुद्दे पर बेइज्जती कर चुकी है, ऐसे में कांग्रेस का यह प्रदर्शन करना अपने आप में हास्यास्पद है.
जाहिर है राफेल डील का मुद्दा संसद में भी गूंज चुका है और अब कांग्रेस इस मुद्दे को संसद से सड़क तक ले जाने के मूड में दिखाई दे रही है. आपको बता दें कि राफेल डील को कांग्रेस काफी हमलावर हो गई है. इससे पहले अनिल अंबानी ने कांग्रेस पर हमला किया था, जिसके जवाब में कांग्रेस के कई नेता जवाब देने के लिए मैदान में उतर आए थे.
अनिल अंबानी ने राफेल के मुद्दे पर कांग्रेस के कई प्रवक्ताओं को लीगल नोटिस सौंपा था, जिसको कांग्रेस नेताओं ने 'हवा में उड़ा दिया.' दरअसल, अनिल अंबानी ने कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, अशोक चव्हाण, संजय निरुपम, अनुग्रह नारायण सिंह, ओमान चांडी, शक्तिसिंह गोहिल, अभिषेक मनु सिंघवी, सुनील झाकड़ और प्रियंका चतुर्वेदी को इस मुद्दे पर लीगल नोटिस भेजा था. जिसके बाद कई नेताओं ने ट्वीट कर इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी थी.
कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने ट्विटर पर तस्वीर शेयर की, जिसमें वह नोटिस को हवाई जहाज बना उड़ा रहे हैं. उन्होंने लिखा कि मेरे प्लेन बनाने की स्किल आपसे बेहतर है. तो वहीं जयवीर शेरगिल ने लिखा कि मैं कांग्रेस का कार्यकर्ता हूं और पंजाबी हूं, इस प्रकार के लीगल नोटिस से नहीं डरता.