राहुल गांधी द्वारा श्रीनगर में अपनी भारत जोड़ो यात्रा के आखिरी दिन महिलाओं से संबंधित बयान देने पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस नेता पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी (कथित यौन उत्पीड़न की) पीड़ित महिलाओं के नाम नहीं बताएंगे तो उन्हें न्याय कैसे मिलेगा?
हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि कांग्रेस नेता ने यह भी कहा था कि वह उग्रवादियों से भी मिले, तो उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को क्यों नहीं दी. उन्हें पुलिस को इस बारे में बताना चाहिए था. दरअसल, राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के आखिरी दिन एक बयान दिया था कि अब भी महिलाओं का यौन शोषण हो रहा है. इसे लेकर दिल्ली पुलिस ने 16 मार्च को राहुल गांधी को नोटिस भेजकर सवाल पूछा था कि वो कौन सी महिलाएं हैं, जिन्होंने ऐसा कहा है. राहुल गांधी उनकी डिटेल्स दिल्ली पुलिस को दें.
राहुल के घर पहुंची दिल्ली पुलिस
राहुल गांधी के इसी बयान के मामले में रविवार को दिल्ली पुलिस उनके आवास पर पहुंच गई. पुलिस के इस एक्शन के बाद कांग्रेस ने हल्ला बोल दिया. एक-एक कर कई कांग्रेस नेता उनके आवास पर पहुंचने लगे. पवन खेड़ा, अशोक गहलोत, शक्ति सिंह गोहिल, अभिषेक मनु सिंहवी और जयराम रमेश राहुल के आवास पर पहुंच गए. हालांकि पुलिस ने पवन खेड़ा को पहले घर के अंदर जाने से रोक दिया था, लेकिन बाद मे उन्हें परमिशन दे दी गई. पवन खेड़ा ने कहा कि राहुल गांधी को डराने की कोशिश की जा रही है. सरकार को क्या लगता है वह डर जाएंगे?
PM मोदी घबराए गए हैं
कांग्रेस ने पुलिस के इस एक्शन को लेकर कहा कि 'भारत जोड़ो यात्रा' और राहुल गांधी ने महिलाओं को अपनी समस्याएं और दर्द साझा करने का एक सुरक्षित मंच दिया. दिल्ली पुलिस का यह शर्मनाक कदम साबित करता है कि अडानी मामले पर हमारे सवालों से PM मोदी घबराए हुए हैं. ऐसी हरकतों से हमारा हौसला और मजबूत हुआ है, हम जवाब लेकर रहेंगे.