आम आदमी पार्टी के नेता आशुतोष द्वारा पार्टी से इस्तीफा दिए जाने के बाद अब अरविंद केजरीवाल के कानूनी सिपहसालार राहुल मेहरा ने नई दिल्ली लोकसभा सीट से पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है.
2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों में से 6 पर प्रभारी नियुक्त कर दिए थे और माना यह जा रहा था कि यह प्रभारी ही आम आदमी पार्टी के लोकसभा चुनाव के उम्मीदवार होंगे. आम आदमी पार्टी की ओर से दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों पर राघव चड्ढा, आतिशी मार्लेना, दिलीप पांडे और पंकज गुप्ता समेत राहुल मेहरा को प्रभारी बनाया गया था.
राहुल मेहरा को नई दिल्ली लोकसभा सीट पर प्रभारी बनाया गया था और 2019 में वह इसी सीट से पार्टी के उम्मीदवार हो सकते थे. लेकिन राहुल मेहरा ने सोशल मीडिया पर अपनी उम्मीदवारी को लेकर सारे कयास खारिज करते हुए लिखा, 'अपने निजी कारणों के चलते मैं 2019 के लोकसभा चुनाव लड़ने की स्थिति में नहीं हूं.'राहुल मेहरा ने कहा कि उन्हें आम आदमी पार्टी द्वारा नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र का प्रभारी नियुक्त किया गया था. उनका टिकट भी तय था जिसके लिए वह पार्टी के शुक्रगुजार हैं, लेकिन निजी दिक्कतों की वजह से वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे.
बता दें कि राहुल मेहरा केजरीवाल के सबसे करीबी वकील हैं और सुप्रीम कोर्ट समेत हाई कोर्ट में वह दिल्ली सरकार के स्टैंडिंग काउंसिल भी हैं. राहुल मेहरा द्वारा नाम वापस लिए जाने के बाद अब दिल्ली की 2 लोकसभा सीटों पर आम आदमी पार्टी के प्रभारियों का पद रिक्त हो गया है. जबकि पांच प्रभारी दिल्ली की 5 लोकसभा सीटों पर लगातार चुनाव की तैयारी में जुटे हुए हैं.