दिल्ली के शकूरबस्ती इलाके में झुग्गी ढहाने के दौरान सामने आई बच्ची की मौत की खबर रहस्य बनती जा रही है. रेलवे के डीआरएम अरुण अरोड़ा ने कहा कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई दोपहर 12 बजे शुरू हुई और शाम छह बजे खत्म हो गई. जबकि बच्ची की मौत 10 बजे के आसपास हो चुकी थी. इन दोनों घटनाओं का कोई संबंध नहीं है. शनिवार को रेलवे ने अतिक्रमण बताते हुए 500 झुग्गियां ढहा दी थी, जहां लोग बीते 20-25 साल से रह रहे थे.
Death of the child occurred in one of the slums in morning at around 10 am,nothing to do with removal of encroachments: Railway Sources
— ANI (@ANI_news) December 13, 2015
दिल्ली पुलिस ने क्या कहा
दिल्ली पुलिस ने कहा है की सामान शिफ्ट करते वक्त एक पोटली बच्ची के उपर गिर गई. जब घरवालों ने देखा तो उसे अस्पताल ले गए, लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई. पुलिस फिलहाल कोई केस दर्ज नहीं कर रही है. वहीं, बच्ची की नानी ने बताया कि जिस वक्त सामान हटाने को कहा गया तब उसकी सांसें चल रही थी. बच्ची छह महीने की थी.
रेलवे ने कहा- नोटिस दिए थे, लोगों ने नकारा
अरोड़ा के मुताबिक बस्तीवालों को 15 मार्च को नोटिस दिया गया था कि 30 सितंबर तक जगह खाली कर दें, पर उन्होंने ऐसा नहीं किया. 12 दिसंबर को की गई कार्रवाई के लिए पुलिस ने साथ देने की पुष्टि की थी और कार्रवाई दोपहर 12 बजे के बाद की गई. कार्रवाई शाम तक पूरी हो गई थी, इसके बाद कुछ नहीं किया गया. हालांकि बस्तीवालों का कहना है कि उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला.
Our homes were demolished without any warning or notice,say residents of slum demolished in Shakur Basti(Delhi) pic.twitter.com/rvbeQdYVjs
— ANI (@ANI_news) December 13, 2015
रेलवे ने यह भी दावा किया है कि इस कार्रवाई की जानकारी दिल्ली अर्बन शेल्टर इंप्रूवमेंट बोर्ड के अधिकारियों को पहले ही दे दी गई थी. रेलवे के मुताबिक शकूरबस्ती में नया पैसेंजर टर्मिनल बनना है और उसके लिए जमीन चाहिए. इसलिए अतिक्रमण हटाया.
केजरीवाल ने सस्पेंड किए दो SDM
केजरीवाल ने शनिवार शाम ही बस्ती का दौरा किया और बस्तीवालों से बातचीत के बाद दो एसडीएम सस्पेंड कर दिए. बस्ती से लौटकर ट्वीट भी किया और कहा कि बस्ती ढहाने वालों को भगवान कभी माफ नहीं करेगा.
इतनी सर्दी में आज रेल्वे वालों ने 500 झुग्गियाँ तोड़ दी। एक बच्चे की मौत हो गए। भगवान उन्हें कभी माफ़ नहीं करेगा।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 12, 2015
वहाँ के SDM को उन लोगों के लिए खाने और रहने का इंतज़ाम करने के लिए बोला था। उन्होंने भी कोई इंतज़ाम नहीं किया। SDM को suspend कर रहे हैं(1/2
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 12, 2015
केजरीवाल ने प्रभु से बात की, पर प्रभु चुप
केजरीवाल ने दावा किया है कि उन्होंने इस मामले को लेकर रेल मंत्री सुरेश प्रभु से भी बात की, लेकिन उन्होंने कहा है कि उन्हें इस कार्रवाई के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. हालांकि प्रभु ने अभी तक इस मामले को लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है.
Spoke to Railway minister Sh Suresh Prabhu also just now. He said he was not aware of this operation. He was also shocked.
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 12, 2015
बस्ती पहुंचने लगे सारे नेता, कांग्रेस ने CM को घेरा
रविवार को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन बस्ती पहुंचे. उन्होंने कहा कि सरकार इन लोगों के रहने के लिए अस्थायी इंतजाम कर रही है. कांग्रेस नेता अजय माकन भी बस्ती गए और लोगों से मुलाकात की. माकन ने सवाल उठाया कि कार्रवाई 12 घंटे तक चली, केजरीवाल ने दखल क्यों नहीं दिया. उधर, केजरीवाल ने अधिकारियों के साथ बैठक भी की.
'कहीं टूटे हैं घर,कहीं विश्वास टूटा है
सुना है भीड़ में खुदा का घर भी टूटा है
केजरीवाल इसे रोक सकते थे
@kuljeet1969 pic.twitter.com/CW7B3rp9pG
— Ajay Maken (@ajaymaken) December 13, 2015
शाजिया बोलीं- ब्लेम गेम आदत हो गई
आप की पूर्व सदस्य शाजिया इल्मी ने बच्ची की मौत पर अफसोस जताते हुए कहा कि केजरीवाल को आरोप मढ़ने की आदत हो गई है. बच्ची की मौत पहले ही हो चुकी थी और वह रेलवे पर आरोप मढ़ रहे हैं. एसएडीम को सस्पेंड करने से पहले उन्हें जांच करानी चाहिए थी.