देश की राजधानी दिल्ली में सिविक एजेंसियों ने पिछले साल ट्रैफिक पुलिस की लिस्ट वाली सड़कों को भी नहीं सुधारा. जिस वजह से मानसून से पहले ही बारिश में दिल्ली की सड़कें तालाब बनी नजर आ रही हैं. राजधानी दिल्ली की सड़कों की हालत अंतर्राष्ट्रीय स्तर तो छोड़िए किसी छोटे शहर जैसी ही है. यहां हम गलियों की बात नहीं कर रहे हैं दिल्ली की प्रमुख सड़कों की हालत यूं है कि जरा सी बारिश हुई और सड़क तालाब में तब्दील हो गई.
दरअसल पिछले साल दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने PWD और दिल्ली नगर निगम को सैकड़ों सड़कों की लिस्ट दी थी जिसमें उन्होंने उसे सुधार करने की मांग की थी. कहा था कि इन सड़कों पर जबरदस्त जलभराव होता है ऐसे में इनमें कुछ इंतजाम किए जाएं ताकि ट्रैफिक सुचारु रुप से चलता रहे.
'आजतक' की टीम दिल्ली के तमाम इलाकों में पहुंची और देखा की किस तरह से जरा सी बारिश ने दिल्ली वालों को मुश्किल में डाल दिया.
निजामुद्दीन ब्रिज के पास एन एच 24 सड़क पर बारिश से जबर्दस्त जलभराव हो गया. लोगों को पानी से जूझते जाना पड़ा.
सराय काले खां पर भी जबर्दस्त जलभराव नजर आया. यह बड़ा चौराहा है, हजारों की संख्या में गाड़ियां निकलती हैं, पानी के चलते टू व्हीलर्स का निकलना मुश्किल हो रहा है.
दिल्ली के सबसे प्रमुख इलाके लुटियन जोन में आने वाले दिल्ली हाईकोर्ट के सामने जबरदस्त जलभराव हो गया, थोड़ी देर में ही जलभराव की वजह से लंबा जाम लग गया. ट्रैफिक पुलिस के लोग आए, लेकिन देर शाम PWD की तरफ से वहां पर वॉटर लॉगिंग को हटाने का काम शुरु हुआ.
पीडब्ल्यूडी की सड़क हो या एमसीडी की हर छोटी-बड़ी सड़क जल भराव से जूझ रही है. जलभराव में फंस कर आटो से लेकर डीटीसी बस तक ब्रेकडाउन हो रही हैं.