दिल्ली में शनिवार को हुई बारिश ने एमसीडी अधिकारियों और नेताओं के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं. निगम के मुताबिक बारिश के बाद जगह-जगह पानी भरने से एडीज मच्छरों के लार्वा की ब्रीडिंग बढ़ जाएगी. वहीं अगर बारिश के बाद उमस बढ़ती है तो एक बार फिर से डेंगू के मामलों में इजाफा हो सकता है.
नॉर्थ एमसीडी में स्थाई समिति के अध्यक्ष राम किशन सिंघल ने इस मामले में दिल्ली सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली सरकार की ओर से एमसीडी को मिलने वाले फंड में भी लगातार देरी हो रही है.
राम किशन सिंघल के मुताबिक जुलाई में मिलने वाले फंड के लगभग 397 करोड़ रुपये अब तक एमसीडी को नहीं मिले हैं, जिससे विकास कार्यों में तो रुकावट आ ही रही है, वहीं डेंगू की रोकथाम में भी काफी परेशानियों का सामना करना पढ़ रहा है. दिल्ली में पहले से ही डेंगू के मामले एक हजार के करीब पहुंच चुके हैं. जाहिर है ऐसे में आने वाले दिनों में दिल्लीवालों को डेंगू का डंक और डरा सकता है.
वीआईपी इलाकों में पहुंचा डेंगू
डेंगू ने अब वीआईपी इलाकों को अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया है. एनडीएमसी ने प्रेसिडेंट एस्टेट और अस्पतालों समेत कई पॉश इलाकों में 3,292 नोटिस जारी किए हैं. एनडीएमसी ने प्रेसिडेंट एस्टेट में कुल 15 क्वाटर्स में एडीज मच्छर पनपने के आसार पाए गए.
संसद में भी डेंगू का खतरा
सेन्ट्रल दिल्ली में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, लेडी हॉर्डिंग मेडिकल कॉलेज, राम मनोहर लोहिया अस्पताल, शास्त्री भवन, इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर आर्ट्स जैसी इमारतों में डेंगू के प्रति लापरवाही के चलते चालान किया गया है. यही नहीं डेंगू के खतरे से संसद भी अछूती नहीं है, संसद में भी डेंगू के लार्वा पनपने के आसार पाए गए. सेन्ट्रल दिल्ली में इस साल डेंगू के 19 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि पिछले साल ये संख्या सिर्फ एक थी.