राजधानी दिल्ली और एनसीआर के कुछ इलाकों में आंधी के साथ बारिश हुई है. कई इलाकों में 10 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है. इस बारिश से दिल्ली वालों को गर्मी से राहत मिली है.
29 जून वो तारीख होती है, जब दिल्ली में मॉनसून आधिकारिक रूप से दस्तक देता है. इस साल मॉनसून ने तय वक्त से पहले ही दस्तक दे दी थी. लेकिन पहली बारिश के बाद से राजधानी अब तक सूखी सूखी ही दिख रही थी.
दिल्ली और एनसीआर के कई इलाकों में हुई बारिश से जंहा एक ओर मौसम सुहाना हो गया वंही कई जगह से ट्रैफिक जाम और होर्डिंग्स गिरने की भी खबर आई, जिससे कई जगह लोगों को ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा. अक्षरधाम में मौसम का ये बदलाव अपने साथ आंधी तूफान भी लेकर आया. लेकिन धूल भरी आंधी के बाद जमकर बरसे बादल.
जहां एक और लोग अपने घरों में बारिश का मजा ले रहे थे, वंही आंधी और जोरदार बारिश के चलते राजधानी के कुछ इलाकों में होर्डिंग्स और पेड़ भी सड़क पर आ गिरे. मयुर विहार के सामने भी एक होर्डिंग टूटकर सड़क पर आ गिरा, जिससे वहां गुजरने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. वीकेंड पर हुई बारिश ने लोगों को मौका दिया छुट्टी के दिन मौज-मस्ती करने का.
कई जगह लोग बारिश का मजा लेते भी नजर आए. सबसे ज्यादा लुत्फ बच्चों ने उठाया, जो बारिश में खूब भीगे. गाज़ियाबाद में बारिश से पहले काले बादल छा गए, जिससे चारो ओर अंधेरा छा गया. हवाओं के साथ हुई तेज बारिश से गाजियाबाद का मौसम खुशनुमा हो गया.
वहीं नोएडा में भी बारिश राहत का एहसास लेकर आई. अब तक आग उगलते मौसम में बारिश राहत लेकर आई. दिल्ली एनसीआर के तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई. अब इस सुहाने मौसम में लोगों ने अपने संडे को फन डे बनाने की पूरी तैयारी कर ली है.
सब्जियों के दाम आसमान परबरसात का सीजन शुरू होते ही सब्जियों के दाम आसमान पर पहुंच गए हैं. सब्जी मंडियों में सब्जियां तो आ रही हैं, लेकिन उनके भाव ऐसे हैं कि खरीदने वालों का हौसला टूट जाता है. सब्जी दुकानदारों का कहना है कि दिल्ली में यमुना की बाढ़ ने सब्जी के खेतों को बर्बाद कर दिया है. इसके अलावा राजधानी में बड़ी मात्रा में उत्तराखंड से भी सब्जियां आती थीं. वहां बाढ़ और तबाही की वजह से वो सब्जियां भी दिल्ली नहीं आ रही हैं.