Delhi News: सिल्क्यारा टनल रेस्क्यू (Silkyara Tunnel Rescue) में \महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले रैट माइनर वकील हसन (Rat miner Vakeel hassan) और उनके परिवार की रात फुटपाथ पर बीती है. वकील हसन अपनी पत्नी, बेटा और बेटी के साथ पूरी रात सड़क पर ट्रिपल के नीचे रहे. दरअसल, वकील हसन का घर यह मामला सामने आने के बाद दिल्ली विकास प्राधिकरण के अधिकारी वकील हसन से देर रात मिलने पहुंचे और कहा कि हम आपको गेस्ट हाउस लिए चलते हैं.
डीडीए के अधिकारियों ने वकील हसन से कहा कि मीडिया तो दो दिन में चला जाएगा, तब क्या करोगे. कल सुबह डिमोलिशन की तस्वीर सामने आई. डिमोलिशन के बाद सड़क पर तुरंत ही दीवार खड़ी कर दी गई. घर के पीछे डीडीए की दीवार है और वकील हसन का घर इसी दीवार से सटा हुआ है. इस दीवार से सटे हुए वकील हसन के घर के साथ कई और मकान भी हैं, लेकिन किसी और मकान को नहीं छुआ गया.
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वकील हसन का कहना है कि उनका घर तोड़ दिया गया है. पुलिस ने मुझे शाम तक पुलिस स्टेशन में बैठाए रखा और फोन छीन लिया. वकील हसन के 17 साल के बेटे ने कहा कि पुलिस ने मुझे घसीटा, जिससे पैरों में चोट लगी, पजामे पर खून के धब्बे अभी भी हैं. वकील हसन की बेटी और बेटे ने कहा कि हमें भी थाने में बिठाए रखा गया. घर तोड़ने की कार्रवाई तब हुई, जब घर में वकील हसन या उनकी पत्नी नहीं थीं, बल्कि बच्चे थे.
वहीं लोगों ने कहा कि पहले भी डीडीए ने घर तोड़ने की कोशिश की थी और बिजली का कनेक्शन साल 2018 में काट दिया गया था. सिल्क्यारा सुरंग हादसे के बाद सफल रेस्क्यू को लेकर वकील हसन को सम्मान राशि मिली थी. इससे उन्होंने सोलर प्लेट जोड़कर घर में बिजली कनेक्शन कराया था. वकील हसन का परिवार तिरपाल के नीचे बचे हुए सामान के साथ फुटपाथ पर रह रहा है. वकील हसन ने कहा कि 3 महीने पहले लोगों ने इतना प्यार और सम्मान दिया और आज सड़क पर लाकर छोड़ दिया गया है.