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बह रहीं किताबें, डूबी टेबल-कुर्सियां... RAU's IAS के बेसमेंट का Inside video

RAU's IAS हादसे का पहला इनसाइट वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में बेसमेंट के अंदर तेजी से पानी भरता हुआ दिख रहा है. साथ ही लाइब्रेरी में पानी भरने की वजह से वहां रखी टेबल-कुर्सियों डूब रही हैं. वीडियो में कुछ स्टूडेंट्स भी नजर आ रहे हैं जो वहां से एक-दूसरे को बाहर निकालने की बातें कर रहे हैं.

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RAU's IAS कोचिंग सेंटर के अंदर भरा पानी.
RAU's IAS कोचिंग सेंटर के अंदर भरा पानी.

दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित RAU's IAS कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में शनिवार शाम को अचानक पानी भर गया. बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत हो गई. दिल्ली पुलिस और नगर निगम ने इस मामले में अलग-अलग पहलुओं पर अपनी जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने रविवार को इस मामले में कोचिंग मालिक और कोऑडिनेटर को गिरफ्तार कर लिया था. अब कोचिंग के बेसमेंट में पानी भरने के दौरान का एक इनसाइट वीडियो सामने आया है. वीडियो में बेसमेंट के अंदर तेजी से पानी आता हुआ दिख रहा है.

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ये इनसाइट वीडियो में कोचिंग संस्थान RAU's IAS Study Circle बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी के अंदर का है, जिसे लाइब्रेरी के अंदर मौजूद किसी स्टूडेंट ने शूट किया है. वीडियो में चारो ओर पानी ही पानी नजर आ रहा है.

वीडियो में देख सकते हैं कि बेसमेंट में पानी भरने की वजह से लाइब्रेरी में रखीं किताबें बह रही है और वहां रखी टेबल-कुर्सियां डूबती हुई नजर आ रही हैं. इस वीडियो में कुछ स्टूडेंट्स भी नजर आ रहे हैं जो वहां से एक-दूसरे को निकलने के बाद बोल रहे है.

यहां देखें वीडियो

MCD की जांच में कई खुलासे

इससे पहले दिल्ली नगर निगम ने अपनी जांच में कई हैरान करने वाले खुलासे किए हैं. निगम ने अपनी जांच में कहा कि पिछले साल अगस्त में निगम ने शो कॉज नोटिस जारी किया था, लेकिन नोटिस के बाद भी  संस्थान ने बेसमेंट और बिल्डिंग का मिसयूज बंद नहीं किया.

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MCD ने अपनी जांच में पाया कि संपत्ति के मालिक ने बेसमेंट के उपयोग के मामले में बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन किया है. बेसमेंट को पार्किंग और भंडारण की ही अनुमति थी. पर लाइब्रेरी और रीडिंग हॉल के रूप में बेसमेंट का उपयोग करने की अनुमति नहीं थी. हालांकि, पुस्तकों को स्टैकिंग/स्टॉकिंग किया जा सकता था. स्टोरेज का इस्तेमाल कोचिंग/लाइब्रेरी के लिए किया. अगर मंजूरी के मानदंडों का पालन किया होता तो यह हादसा टल सकता था.  

वहीं, पिछले साल मुखर्जी नगर में आग लगने की घटना के बाद कोर्ट के आदेश पर जब सर्वे शुरू हुआ था. तब भी एमसीडी ने पाया की इस कोचिंग का मालिक बेसमेंट समेत ऊपर के तीन फ्लोर तक बिल्डिंग नियमों का उल्लंघन कर रहा है.

तीन छात्रों की हुई मौत

ये मामला करोलबाग जोन के डीसी तक पहुंच गया तो मालिक ने इसी साल 9 जुलाई को सबसे जरूरी फायर एनओसी ले लेने में कामयाब रहा, लेकिन फिर भी बेसमेंट से लेकर ऊपर के तीन फ्लोर तक का मिसयूज करना बंद नहीं किया. लिहाजा बेसमेंट में पानी भर गया, जिसमें तीन यूपीएससी एस्पायरेंट्स की मौत हो गई.

अब तक 7 लोग गिरफ्तार

आपको बता दें कि इस मामले में दिल्ली पुलिस ने पांच और आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें बेसमेंट के मालिक और बिल्डिंग के गेट को नुकसान पहुंचाने वाला व्यक्ति भी शामिल है. इस मामले में अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

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