दक्षिणी दिल्ली के सादिक नगर इलाके में शनिवार को एक सरकारी फ्लैट में चार लाशें मिलने से सनसनी फैल गई. घर में रहने वाले अधिकारी आनंद चक्रवर्ती की लाश पंखे से लटकी मिली, जबकि पत्नी जयश्री (43) और दो बच्चों (17 वर्षीय अर्नब और 12 वर्षीय दिशा) की लाशें बेड पर पड़ी थीं.
पत्नी और बच्चों के सिर पर किसी धारदार चीज से हमला किया गया था. घर का दरवाजा अंदर से बंद था. करीब पौने चार बजे शाम को घटना की जानकारी मिली और तभी पुलिस को इसकी सूचना दी गई.
आनंद चक्रवर्ती रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) में अधिकारी थे. हाई प्रोफाइल मामला होने के कारण पुलिस गहन जांच में जुटी हुई है. ऐसा शक जताया जा रहा है कि आनंद ने पहले अपने परिवार को मौत के घाट उतारा और फिर खुदकुशी कर ली. पुलिस ने कहा, ‘हम मामले की जांच कर रहे हैं. मौत के असल कारणों का अब तक पता नहीं चल सका है.
ऐसे हुआ वारदात का खुलासा...
सादिक नगर में पुलिस को कॉल मिली .कि सेक्टर तीन के सरकारी फ्लैट्स में टाइप फोर के मकान नंबर 47 का दरवाजा बंद है...और भीतर से कोई जवाब नहीं मिल रहा. खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई. मकान का दरवाजा भीतर से बंद था. मकान में कैबिनेट सचिवालय में जूनियर अफसर के तौर पर तैनात अनन्य चक्रवर्ती अपने परिवार के साथ रहते थे. उनके परिवार में उनकी पत्नी जयश्री और दो बच्चे, 17 साल का बेटा अर्नव और 12 साल की बेटी दिशा थे. फिर घर का दरवाजा तोड़ा गया तो पुलिस के सामने चार लाशें पड़ी थीं.
तीन लाशें एक कमरे में जमीन पर पड़ी हुईं थीं. जबकि दूसरे कमरे में अधिकारी अनन्य चक्रवर्ती की लाश छत से लटके फांसी के फंदे से झूल रही थी. मामला एक बड़े अधिकारी से ताल्लुक रखता है लिहाजा पुलिस ने घर के भीतर फूंक फूंककर कदम रखते हुए अपनी तफ्तीश का सिलसिला आगे बढ़ाया.
थोड़ी ही देर में पुलिस के सामने ये बात भी साफ हो गई कि इस वारदात का सबसे पहले खुलासा इस घर में काम करने वाली मेड ने किया. दोपहर जब वो घर पर पहुंची तो उसे घर का दरवाजा भीतर से बंद था. तब मेड ने आस पड़ोस के लोगों को घर के बंद दरवाजे के बारे में बताया. पड़ोसियों ने जब मकान की खिड़की का शीशा तोड़कर देखना चाहा तो उन्हें कुछ नज़र नहीं आया. शक होने पर पुलिस को इत्तेला दी गई. जब पुलिस आई तो ये सनसनीखेज घटना सामने आई.