दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने के चंद हफ्तों बाद ही केजरीवाल सरकार ने बड़े-बड़े होर्डिंग लगवाकर भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम शुरू करने का ऐलान किया था. होर्डिंग के जरिए भ्रष्टाचार पर जरा भी नरमी न बरतने के दावे करने वाली केजरीवाल सरकार के इस दावे की पोल खुलती नजर आ रही है.
दिल्ली की सड़कों पर लगाई गई होर्डिंग में दावा किया गया है कि भ्रष्टाचार के आरोप में अब तक 35 अफसरों की गिरफ्तारी हुई है और 152 के सस्पेंड किया गया है. सरकार के इस दावे पर अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट कुछ और ही हाल बयां कर रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, भ्रष्टाचार के मामले में दिल्ली सरकार ने जिन '35 अफसरों' को गिरफ्तार करने का दावा किया है उनमें सिक्यॉरिटी गार्ड से लेकर वेल्डर, स्कूल टीचर और हेड कॉन्सटेबल भी शामिल हैं.
आरटीआई के जवाब में ACB ने दी जानकारी
आरटीआई के जवाब में दिल्ली ACB ने बताया कि केजरीवाल सरकार बनने के बाद एक जुलाई 2015 तक कुल 41 लोग गिरफ्तार किए गए हैं. इनमें तीन ऐसे भी लोग शामिल हैं, जिन पर 10 रुपये रिश्वत लेने का शक जताया गया है. यही नहीं, कुछ ऐसे लोग भी हैं जिनका सरकार से कोई लेना-देना नहीं है. गिरफ्तार लोगों में से एक मात्र चीफ इंजीनियर को छोड़कर बाकी सारे आरोपी निचले स्तर के कर्मचारी हैं.
छापा मारकर गिरफ्तार किए गए कुछ लोग
अखबार को दी गई जानकारी में ACB ने कहा कि 15 फरवरी 2015 से एक जुलाई 2015 के बीच कुल 41 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. सभी मामलों में जांच चल रही है इसलिए ज्यादा जानकारी नहीं दी जा सकती. रिपोर्ट के मुताबिक, सभी गिरफ्तारियां 13 केसों के आधार की गई हैं. कुछ के खिलाफ एसीबी हॉटलाइन 1031 पर शिकायत की गई थी तो कुछ को छापा मारकर गिरफ्तार किया गया था. खास बात ये है कि 37 लोगों की गिरफ्तारी 8 मई, 2015 से पहले ही कर ली गई थी.
ये है गिरफ्तारी का आंकड़ा
आंकड़ों के मुताबिक, गिरफ्तार लोगों में 15 सरकारी जूनियर कर्मचारी, 6 बेल्डर, 13 निजी कंपनियों के लोग, तीन स्कूल प्रिंसिपल, एक कॉन्ट्रैक्ट टीचर और दो सिक्योरिटी गार्ड के अलावा एक हेड कॉन्सटेबल भी शामिल है.