गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में लाल किला हिंसा के आरोपी दीप सिद्धू को शिरोमणि अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा की ओर से कानूनी मदद मुहैया कराने के ऐलान के बाद उभरे विवाद के बीच पार्टी के एक अन्य नेता बिक्रम मजीठिया ने कहा है कि अकाली दल दीप सिद्धू का केस नहीं लड़ेगा.
अकाली दल नेता और दिल्ली सिख गुरुवारा प्रबंधक कमिटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा की ओर से दीप सिद्धू की मदद करने के ऐलान के बाद विवाद बढ़ गया था, लेकिन अब पार्टी के एक अन्य नेता बिक्रम मजीठिया ने सिरसा के बयान से किनारा करते हुए साफ कर दिया कि दीप सिद्धू का केस नहीं लड़ेंगे. पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम रखा था.
अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कल सोमवार को ट्वीट कर कहा कि हम दीप सिद्धू को कानूनी मदद मुहैया कराएंगे, ताकि वो जल्द से जल्द जेल से बाहर आ सके. मैंने उसे आश्वासन दिया है कि DSGMC सभी कानूनी सहायता प्रदान करेगी. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जिस दिन दीप सिद्धू को रिमांड पर लिया गया था, उसके साथ मेरी टेलीफोन पर बात हुई थी. वह पूरी तरह से ठीक है.
Many people have called me to ask about #DeepSidhu
— Manjinder Singh Sirsa (@mssirsa) March 1, 2021
I wish to update you all that I had a telephonic talk with him the day he was remanded. He is perfectly fine, health wise
I have assured him that DSGMC will provide all legal assistance & will ensure that he is out of jail soon pic.twitter.com/eaprIbvBmH
कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन के बीच 26 जनवरी को किसानों की ट्रेक्टर परेड की आड़ में लाल किले पर हिंसा हुई थी, जिसमें दीप सिद्धू भी शामिल था. हिंसा के बाद दीप सिद्धू फरार हो गया था.
इस हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम रखा था. काफी प्रयासों के बाद 9 फरवरी को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दीप को पंजाब के जिरकपुर से गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी से पहले दीप के कई वीडियो संदेश सामने आए थे.