दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्ली सरकार के बजट 25-26 की त्यारियों शुरू कर दी है. यह बजट सत्र 24 मार्च को शुरू होगा और 25 मार्च को दिल्ली का बजट पेश होगा, जिसको लेकर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गुरुवार को दिल्ली विधानसभा में अलग-अलग व्यापारी संगठनों के साथ मुलाकात की और उनसे सुझाव के लिए.
सीएम रेखा गुप्ता ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उन्हें व्यापार जगत से जुड़े कई महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त हुए हैं. दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से आए व्यापारियों से उनके अनुभव और समस्याएं सुनने का अवसर मिला है. इन सुझावों से ये समझने में मदद मिली की कि पिछले कई सालों से व्यापारिक संगठनों को अफसरशाही नीतियों के कारण भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है. अब उनको ये परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा.
रेखा गुप्ता ने ये भी बताया कि व्यापारियों ने जो समस्याएं बताई हैं, उनमें सीवरेज की दिक्कतें, गली-मोहल्लों की खराब स्थिति, नालियों का जाम होना और खड़ंजा नहीं बनने जैसी बुनियादी समस्याएं शामिल हैं, जिससे उनके व्यापार को नुकसान होता है. इसके अलावा व्यापरियों ने बताया कि
दिल्ली की इंडस्ट्रियल एरिया में आवश्यक सुधार नहीं होने, छोटे-छोटे मार्केट कॉम्प्लेक्स और बड़े बाजारों में शौचालय की कमी जैसी समस्याएं व्यापारियों के लिए बड़ी परेशानी है.
दी बुलियन मर्चेंट एसोसिशन के महा मंत्री से ऋषि वर्मा ने सीएम रेखा गुप्ता को सुझाव दिया कि सोने-चांदी के ऊपर लगने वाले इंपोर्ट ड्यूटी को कम किया जाए. इसके साथ ही जीएसटी को भी काम किया जाए और हाउस टैक्स भी काम किया जाए.
वहीं ऑल इंडिया मोटर एंड गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन उपाध्यक्ष राजेंद्र कपूर ने सुझाव दिया कि परिवहन विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार, दिल्ली के ट्रांसपोर्टर्स द्वारा वाहनों की फिटनेस से जुड़ी समस्याएं, ठेकेदारों द्वारा पार्किंग शुल्क में निर्धारित दरों से कई गुना अधिक वसूली, भारी वाहनों के लिए नए पार्किंग स्थलों के आवंटन, ग्रीन टैक्स संबंधी मुद्दों तथा यात्रियों की बसों से हो रहे अवैध लोडिंग व अनलोडिंग पर रोक लगाने जैसे काम किए जाएं.