आखिर दिल्ली मेट्रो ने एयरपोर्ट मेट्रो को संभाल लिया. इसके लिए खास तैयारी की गई. दो स्टेशनों पर फीडबैक काउंटर खोले गए हैं.
उधर रिलायंस ने करार को खत्म करने के साथ दिल्ली मेट्रो से अपनी शेयर राशि का 130 फीसदी पैसा मांगा है. इसके अलावा सारे कर्ज की रकम भी दिल्ली मेट्रो से मांगी गई है. रिलायंस ने कहा है कि स्ट्रक्चर में खामियां थी और दिल्ली मेट्रो परेशानियों की अनदेखी कर रही थी.
सोमवार की सुबह सवा पांच बजे से एयरपोर्ट मेट्रो की सेवाएं डीएमआरसी की निगरानी में सामान्य रूप से शुरू हो चुकी हैं. रिलायंस इन्फ्रा के स्वामित्व वाली दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड ने 27 जून को डीएमआरसी को पत्र लिखकर कहा था कि वह एयरपोर्ट एक्सप्रेस लिंक का परिचालन करने में अक्षम है.
दूसरी ओर दिल्ली मेट्रो के डायरेक्टर आपरेशन शरत शर्मा के नेतृत्व में 100 अधिकारियों की एक टीम ऑपरेशन पर नजर रख रही है. एमडी मंगू सिंह ने सात अधिकारियों की एक कोर टीम बनाई थी वो भी काम कर रही है.
खास बात यह है कि रिलायंस का सारा निचला स्टाफ काम कर रहा है. मेट्रो सुपरवाइज कर रही है.
दिल्ली मेट्रो के प्रबंधन ने इसके अलावा यात्रियों से राय व सुझाव मांगने का फैसला किया है ताकि सेवाओं में और सुधार किया जा सके. उल्लेखनीय है कि रिलायंस इन्फ्रा के नोटिस को डीएमआरसी ने 28 जून को खारिज करते हुए इसे रियायती समझौते तथा मौजूदा मध्यस्थता प्रक्रिया का उल्लंघन बताया था.
यह लाइन 22.7 किलोमीटर लंबी है इसमें औसतन 11000 लोग यात्रा करते हैं.