बीते 6 जनवरी को दिल्ली नगर निगम (MCD) के मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी के छह सदस्यों के चुनाव से पहले सदन में हंगामा हो गया था. यहां आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सदस्यों के बीच जमकर लात-घूसे चले और एक-दूसरे पर कुर्सियां फेंकी गईं. पार्षदों ने नगर निगम में तोड़फोड़ भी की था. इसी को लेकर सदन की उस दिन की पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा आज एलजी को रिपोर्ट करेंगी.
सत्या शर्मा ने दिल्ली नगर निगम हंगामे की ड्राफ्ट रिपोर्ट तैयार कर ली है. वे इसे एलजी को सौंपेगी. बता दें कि सत्या ही एलजी की तरफ से पीठासीन अधिकारी तय थी. माना जा रहा है इसके बाद एलजी पूरे मामले पर फैसला लेंगे.
सूत्रों ने बताया कि 6 जनवरी को हुई घटना के बाद ये पहली बार होगा जब दोनों की मुलाकात होगी. एमसीडी ने एलजी को रिपोर्ट भेज दी है और बैठक की अगली तारीख के तौर पर 30 जनवरी का प्रस्ताव रखा है. एमसीडी ने भी घटना का विवरण अपनी रिपोर्ट में दिया है. यही वजह है कि पीठासीन अधिकारी से उप राज्यपाल की मीटिंग के बाद एलजी अगली बैठक को लेकर फैसला लेंगे.
हंगामें में हुआ था नुकसान
आपको बता दें कि दिल्ली नगर निगम सदन में हुए हंगामे की रिपोर्ट दिल्ली नगर निगम के कमिश्नर ज्ञानेश भारती उपराज्यपाल को देंगे. इसके लिए आंतरिक एसेसमेंट हो रहा है कि सदन के अंदर किन चीजों को नुकसान पहुंचा है और नुकसान की भरपाई के लिए भी कमिश्नर एलजी से मांग कर सकते हैं.
शपथ पूरी होने से पहले ही हो गया हंगामा
गौरतलब है कि सदन में हंगामे के बीच पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा ने मनोनित चार पार्षदों विनोद कुमार, लक्ष्मण आर्य, मुकेश कुमार और सुमित चौहान को शपथ तो दिला दी थी लेकिन वह पूरी नहीं हो सकी थी. हंगामे के कारण इनके सिग्नेचर नहीं हो सके थे. शपथ पूरी नहीं हो सकी थी, इसलिए इन पार्षदों को अभी अधिकार नहीं मिले हैं.