26 जनवरी 2021 को भारत में 72वां गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा. गणतंत्र दिवस के मौके पर देश की राजधानी दिल्ली में खास कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. राजपथ पर होने वाली परेड में शक्तिशाली, मजबूत और बुलंद भारत का विहंगम दृश्य दिखाई देता है. परेड का शानदार नजारा आकर्षण का केंद्र होता है. जिसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से भारी संख्या में पहुंचते हैं. खास बात ये है कि तीन साल बाद इस वर्ष राजपथ पर होने वाली परेड में एक बार फिर एनएसजी कमांडो का जलवा देखने को मिलेगा.
6 जनवरी को राजपथ पर होने वाली परेड की तैयारी शुरू हो चुकी है. इस बार 2017 के बाद एक बार फिर एनएसजी यानी नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड) के कमांडो राजपथ पर अपना दमखम दिखएंगे. एनएसजी जिनको ब्लैक कैट कमांडो भी कहा जाता है. एक बार फिर एनएसजी इस बार राजपथ पर वापसी कर रही है. एनएसजी वो कमांडो होते हैं, जो किसी भी आतंकी गतिविधि होने पर सबसे पहले उसको मुहतोड़ जवाब देने के लिए आगे आकर उसका सामना करते हैं. 26 /11 का हमला हो, या फिर पठानकोठ हमला सबसे पहले एनएसजी के कमांडो ने मोर्चा संभाला और आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया.
हाईटेक हथियारों से लैस इन कमांडो को ब्लैक कैट कमांडो इसलिए भी कहा जाता है, क्योंकि इनकी पूरी यूनिफार्म ब्लैक होती है. तमाम हथियार इनके पास होते हैं. ये वो दास्त है, जिसे सबसे आगे रखा जाता है. रेस्क्यू ऑपरेशन को कुछ ही घंटों में अंजाम देते हैं. हर परिस्थितियों से निपटने में ये सक्षम होते हैं. यही वजह है कि इनको सबसे घातक कमांडो कहा जाता है. एनएसजी कमांडो इस बार राजपथ पर अकेले नहीं, बल्कि किसी भी बड़े ऑपरेशन को अंजाम देने के लिये इस्तेमाल किए जाने वालीं अत्याधुनिक मशीनरी जैसे maas, rook, tcv के साथ नजर आएंगे. एनएसजी कमांडो की अत्याधुनिक मशीनरी की झांकी भी इस बार देखने को मिलेगी.