भारतीय नौसेना ने आगामी गणतंत्र दिवस परेड के लिए अपनी टुकड़ी की तैयारियों को प्रदर्शित करते हुए एक प्रेस प्रिव्यू आयोजित किया. लेफ्टिनेंट कमांडर साहिल अहलूवालिया के नेतृत्व में नौसेना की टुकड़ी में अनुशासन, विविधता और समर्पण का मिश्रण दिखा, जो राष्ट्र के समुद्री हितों की रक्षा में नौसेना की महत्वपूर्ण भूमिका की झलक पेश करती है.
इस बार नौसेना की मार्चिंग टुकड़ी में 144 युवा अधिकारी और नाविक शामिल होंगे, जो 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का प्रतिनिधित्व करते हुए 'मिनी इंडिया' का प्रतीक बनेंगे. औसतन 25 वर्ष की आयु वाले ये प्रतिभागी 2 महीने के कठोर प्रशिक्षण के बाद परेड में अपनी उत्कृष्टता का प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं.
इस वर्ष की नेवी की झांकी भारत की समुद्री शक्ति और इसके विकास में नौसेना की भूमिका को दर्शाएगी. झांकी में आईएनएस सूरत, आईएनएस नीलगिरी और आईएनएस वाघशीर जैसे स्वदेशी तकनीकों से बने युद्धपोत, फ्रिगेट्स और पनडुब्बियां शामिल होंगी. यह झांकी नौसेना की बहुआयामी क्षमताओं और भारत के समुद्री भविष्य को आकार देने में उसके योगदान को उजागर करेगी.
इस वर्ष की परेड में एक ऐतिहासिक घटना ये होगी कि नौसेना बैंड में पहली बार 6 महिला संगीतकार शामिल होंगी, जो पारंपरिक बेड़ियों को तोड़ती है. 80 प्रतिभाशाली संगीतकारों वाला यह बैंड सामंजस्य और व्यावसायिकता का प्रतीक, समन्वित रचनाएं प्रस्तुत करेगा.
भारतीय नौसेना गणतंत्र दिवस परेड में अपनी झांकी में अपने तीन फ्रंटलाइन लड़ाकू जहाजों- युद्धपोत आईएनएस सूरत, आईएनएस नीलगिरि और पनडुब्बी आईएनएस वाघशीर का प्रदर्शन करेगी. बुधवार को कोटा हाउस में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेवी ने झांकी का एक मॉडल प्रदर्शित किया. अधिकारियों ने कहा कि नौसेना की मिश्रित मार्चिंग टुकड़ी और एक बैंड भी परेड में भाग लेंगे.
कार्मिक सेवाओं के नियंत्रक वाइस एडमिरल विनीत मैकार्थी ने कहा कि झांकी में मुंबई में एक सप्ताह पहले ही शामिल किए गए तीन युद्धपोतों को दर्शाया जाएगा, जो भारत की नौसेना की ताकत और 'आत्मनिर्भरता' की भावना का प्रतीक है.