
दिल्ली में रिंकू शर्मा की हत्या को लेकर सियासत अभी ठंडी होती नहीं दिख रही. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) दिल्ली के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने रविवार को मंगोलपुरी जाकर रिंकू शर्मा के परिजनों से मुलाकात की. रिंकू शर्मा के परिजनों से मुलाकात के बाद मनोज तिवारी ने दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (एएपी) पर जमकर निशाना साधा.
बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि परिवार बहुत दुखद स्थिति में है. अभी परिवार की भावना यही है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले. उन्होंने कहा कि यह घटना इंसानियत को शर्मसार करने वाली है. इस मामले में कुछ गिरफ्तारियां हुई हैं. दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि यह केस क्राइम ब्रांच को सौंपा गया है. उन्होंने रिंकू शर्मा के परिजनों को विश्वास दिलाया कि कोई भी आरोपी बच नहीं पाएगा.
मनोज तिवारी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अभी तक नहीं आए. उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री पता नहीं कैसी भूमिका निभा रहे हैं. यह अपने आप में बहुत गलत संकेत है. उनसे निवेदन करता हूं कि ऐसे समय में राजनीति नहीं करनी चाहिए. ऐसे समय में परिवार के साथ नहीं खड़े होंगे तो गलत संदेश जाएगा.
दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष ने केजरीवाल को लेकर कहा कि अगर आपका ऐसा ही रवैया रहा तो दोषियों के लिए इसे मौन समर्थन माना जाएगा. सीएम का परिवार से न मिलना कई सवाल खड़े करता है. उन्होंने कहा कि आपको जितना आरोप लगाना हो, लगा लीजिए लेकिन एक बार परिवार से मिल लीजिए. यह राजनीतिक मुद्दा नहीं है. मुद्दे को आप डायवर्ट करना चाहते हो.
बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि अपराधियों को हर हाल में सजा मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि वैशाली पोद्दार और कपिल मिश्रा मदद के लिए जुटे हैं. अब तक 77 लाख के करीब एकत्रित भी किए जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि लगातार देखा गया है कि उन्मादी भीड़ की ओर से ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है. मनोज तिवारी के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एएपी नेता राघव चड्ढा ने कहा कि कानूनी जिम्मेदारी गृह मंत्रालय की है. इसके साथ ही AAP ने 6 सवाल भी दागे हैं.
कभी भी जा सकते हैं केजरीवाल
राघव चड्ढा ने कहा कि सीएम केजरीवाल का शेड्यूल मेरे पास नहीं है. हो सकता है वे कल या परसो चले जाएं. उन्होंने कहा कि दिल्ली में जब-जब इस तरह की घटनाएं हुई हैं और जब-जब बीजेपी की ओर से उसे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की, तब-तब सीएम केजरीवाल पीड़ित परिवार से मिलने गए हैं. चाहे वो अंकित शर्मा का मामला हो या राजेश भारद्वाज का, अमित कुमार का हो या डॉक्टर जोगिंदर चौधरी या चरण सिंह का.
AAP ने दागे ये सवाल
बीजेपी की ओर से सीएम के मिलने न जाने को लेकर सवाल उठाए गए तो AAP ने गृह मंत्री अमित शाह के मिलने न जाने को लेकर सवाल दाग दिया है. एएपी ने यह भी पूछा है कि गृह मंत्री ने अभी तक इस घटना का संज्ञान क्यों नहीं लिया है? एएपी ने दिल्ली पुलिस के गृह मंत्रालय के तहत आने का उल्लेख करते हुए कहा है कि दिल्ली में इस तरह की घटनाएं घट जाएं और गृह मंत्री शाह दिल्ली छोड़कर बंगाल में चुनाव प्रचार करें, क्या यह शोभा देता है?
एएपी ने कहा है कि परिजनों के मुताबिक जय श्रीराम बोलने पर हत्या हुई. गृह मंत्री से पूछना चाहेंगे कि दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटें जनता ने क्या बीजेपी को इसीलिए दी थी. सत्ताधारी पार्टी ने सवाल किया है कि दिल्ली के पुलिस आयुक्त कहां है? अभी तक पुलिस कमिश्नर रिंकू शर्मा के परिवार वालों से मिलने क्यों नहीं गए हैं? बीजेपी की प्रचंड बहुमत की केंद्र सरकार रिंकू शर्मा के परिवार वालों के लिए एक करोड़ रुपये की सहायता राशि की घोषणा कब करेगी? दिल्ली और बंगाल को लेकर दोहरे मापदंड क्यों? क्या दिल्ली में चुनाव नहीं हैं इसलिए गृह मंत्री नहीं बोल रहे?