केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के घर पर सोमवार दोपहर तीन बजे से बीजेपी-आरएसएस समन्वय समिति की बैठक होने वाली है. इस बैठक में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, सुषमा स्वराज और भैयाजी जोशी शामिल होंगे.
यह दिल्ली चुनाव और संघ के प्रतिनिधि सभा की बैठक के बाद बीजेपी-संघ कॉर्डिनेशन कमिटी की पहली बैठक है. इस बैठक में भूमि अधिग्रहण बिल, प्राथमिक शिक्षा के लिए माध्यम और मोदी सरकार के कामकाज के तरीके पर चर्चा होगी. दिल्ली चुनावों में करारी हार के बाद बीजेपी में मंथन का दौर चल रहा है. उत्तर प्रदेश और बिहार में पार्टी चुनाव के लिए तैयारी में जुट गई है.
दिल्ली चुनाव से सबक लेते हुए, बीजेपी अब बिहार और उत्तरप्रदेश में अपनी रणनीति पुख्ता करने के मूड में है. बीजेपी को बखूबी पता है कि दोनों ही राज्यों में पार्टी के लिए कमल खिलाना आसान नहीं है और इसी को देखते हुए सोमवार को नितिन गडकरी के घर संघ के पदाधिकारियों के साथ बीजेपी नेताओं की बैठक होने वाली है. इस बैठक में संघ और बीजेपी के महत्वपूर्ण सदस्य मौजूद रहेंगे.
बीजेपी-आरएसएस कॉर्डिनेशन कमिटी की बैठक में अहम मुद्दा बिहार और उत्तर प्रदेश में चुनावी रणनीति बनाने को लेकर ही होगा. बिहार में जहां अगले साल चुनाव हैं, वहीं उत्तर प्रदेश में 2017 में चुनाव होंगे. इस बैठक में संघ के नजरिए से भी कुछ अहम मुद्दे होंगे. जिसमें प्राइमरी शिक्षा के माध्यम को लेकर चर्चा होगी. सरकार के कामकाज के तरीके पर भी बात होगी. बीजेपी-आरएसएस कॉर्डिनेशन कमिटी की बैठक इससे पहले पिछले साल दिसंबर महीने में हुई थी.
बीजेपी को हाल ही दिल्ली चुनाव में करारी शिकस्त झेलनी पड़ी, वहीं कुछ दिनों पहले ही में संघ के प्रतिनिधि सभा की बैठक हुई है और इस बैठक में जम्मू-कश्मीर मामले में संघ की नाराजगी साफ दिखाई दी. जाहिर है ऐसे में ये बैठक कई मायनों में अहम है. वैसे बिहार और उत्तरप्रदेश चुनाव को लेकर बीजेपी ने रविवार को वाराणसी में शंखनाद कर दिया है. वाराणसी के जनसभा में पिछड़े वर्ग के विकास की बात कर बीजेपी ने चुनावी कार्ड फेंक दिया है.