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दिल्ली में कोरोना को कंट्रोल करने की कवायद तेज, मोबाइल वैन 500 रुपये में करेगी RTPCR टेस्ट

दिल्ली में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों के मद्देनजर टेस्टिंग बढ़ाने के लिए गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने आज से RTPCR मोबाइल टेस्टिंग लैबोरेट्री की शुरुआत कर दी है.

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दिल्ली में बढ़ रहे कोरोना केस
दिल्ली में बढ़ रहे कोरोना केस
स्टोरी हाइलाइट्स
  • RTPCR मोबाइल टेस्टिंग लैबोरेट्री की शुरुआत
  • एक हफ्ते में 10 मोबाइल टेस्टिंग लैबोरेट्री काम शुरू कर देंगी

कोरोना के मामले हर रोज बढ़ रहे हैं. आंकड़ों के बीच में एक अच्छी खबर है कि दिल्ली में आज से आरटी पीसीआर टेस्ट अब 500 रुपये खर्च करके मोबाइल टेस्टिंग लैबोरेट्री में कराया जा सकता है. इस टेस्ट के नतीजे भी लोगों को उसी दिन मिल जाएंगे. दावा किया जा रहा है कि टेस्ट के नतीजे 6 घंटे के भीतर लोगों को मिल जाएंगे.

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दिल्ली में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों के मद्देनजर टेस्टिंग बढ़ाने के लिए गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने आज से RTPCR मोबाइल टेस्टिंग लैबोरेट्री की शुरुआत कर दी है. कोरोना टेस्टिंग के लिए आईसीएमआर ने देश में स्पाइस जेट के स्पाइस हेल्थ के साथ प्राइवेट भागीदारी के साथ इसे शुरू किया है. RT PCR मोबाइल टेस्टिंग लैबोरेट्री के माध्यम से कोशिश है कि जिन इलाकों में कोविड के मामले ज्यादा होने की संभावना है, वही वैन को ले जाकर लोगों का टेस्ट मौके पर ही कराया जाए.

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पूरी दिल्ली में इस तरह की एक हफ्ते के भीतर 10 मोबाइल टेस्टिंग लैबोरेट्री काम करना शुरू कर देंगी, एक मोबाइल टेस्टिंग लैबोरेट्री से 3000 सैंपल लिए जा सकते हैं, यानी 10 वैन से 30 हजार सैंपल इकट्ठे किए जा सकते हैं. आईसीएमआर के साथ मिलकर स्पाइस हेल्थ का इरादा 1 महीने के भीतर ऐसी 20 मोबाइल वैन तैयार करने का है. यानी 1 दिन में आरटी पीसीआर टेस्ट 60,000 तक किए जा सकते हैं. यह एक बड़ा आंकड़ा है क्योंकि दिल्ली में अब तक रैपिड टेस्ट को भी जोड़ कर 30,000 टेस्ट ही हर रोज हो पा रहे हैं.

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मोबाइल बैंक के माध्यम से होने वाले आर्टिफिशियल टेस्ट में सैंपल का नतीजा 6 घंटे के भीतर मिल जाएगा. स्पाइसजेट के सीएमडी अजय सिंह ने आज तक से बात करते हुए कहा, दिल्ली में फिलहाल कोरोना टेस्ट को बढ़ाने की सबसे ज्यादा जरूरत है  और आईसीएमआर के साथ काम करके हम लोगों की इस समस्या को दूर करेंगे. अगर यह मॉडल दिल्ली में कामयाब रहा तो देश के बाकी और राज्यों में भी इसको अपनया जा सकता है.

स्पाइस हेल्थ टीवी के सीएमडी अवनीश सिंह ने कहा कि हम उसको लेकर बहुत उत्साहित हैं. हमारे पास 100 से ऊपर विशेषज्ञों की टीम है जिसे हम लगातार बढ़ा रहे हैं. हमें उम्मीद है कि कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को रोकने के लिए यह टेस्टिंग बेहद जरूरी और कारगर साबित होगी. इस टेस्ट को आम लोगों तक सुलभ बनाने के लिए इसकी कीमत 500 रुपये रखी गई है जबकि प्राइवेट लैब में इस टेस्ट को करने की अभी भी दो से ढाई हजार रुपए फीस वसूल की जा रही है. अगर टेस्ट की संख्या लगातार बढ़ती गई तो 500 रुपये की रकम को भी और घटाया जाना संभव हो सकता है.

 

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