आर्थिक रूप से बदहाल दिल्ली की नॉर्थ एमसीडी ने अजीबो-गरीब फैसला लिया है. इस फैसले के तहत कर्मचारियों की सैलरी में कटौती की जाएगी. नॉर्थ एमसीडी ने पैसे के लिए 2014 से बढ़ी हुई सैलरी लेने वाले कर्मचारियों से रिकवरी करने का फैसला किया है.
इससे एमसीडी के करीब 3 हजार कर्मचारियों की सैलरी कम हो जाएगी. तनख्वाह कम करने के साथ ही निगम वर्ष 2014 से अधिक तनख्वाह ले रहे कर्मचारियों से रिकवरी भी करेगा. नॉर्थ एमसीडी के इस आदेश के बाद कर्मचारियों के बीच हड़कंप मच गया है.
दरअसल, निगम के विभिन्न विभागों और नेताओं के दफ्तर में कार्यरत हेड क्लर्क, जूनियर स्टेनों (पीए), सीनियर स्टेनों (पीएस), सुप्रीटेंडेंट, ट्रांसलेटर, एलडीसी, यूडीसी और जूनियर अकाउंट ऑफिसर पर ये आदेश भारी पड़ रहा है.
इस आदेश के बाद निगम में हेड क्लर्क और जूनियर स्टेनों को दिए जा रहे ग्रेड-पे 4600 रुपये को कम कर 4200 रुपये करने का आदेश जारी किया गया है. इसी तरह से सुप्रीटेंडेंट और सीनियर स्टेनों को दिए जा रहे 4800 रुपये ग्रेड-पे को कम कर 4600 रुपये ग्रेड-पे दिए जाने का आदेश है.
फिलहाल ये आदेश सिर्फ नार्थ एमसीडी के कर्मचारियों के लिए जारी किया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि जल्द ही इसका असर ईस्ट और साउथ एमसीडी कर्मचारियों पर भी पड़ सकता है.
दरअसल चीफ ऑडिटर ने एमसीडी को ग्रेड-पे कम करने की रिपोर्ट सौंपी है और 2014 से बढ़ा हुआ ग्रेड-पे दिए जाने को लेकर आपत्ति जताई है. ऑडिटर ने अपनी रिपोर्ट में ग्रेड-पे बढ़ाने के फैसले को रद्द करने की सलाह दी है.