आम आदमी पार्टी के ऊपर इन दिनों मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है, और इसकी वजह कोई और नहीं बल्कि पार्टी के ही मंत्री और विधायक हैं. संदीप कुमार का विवाद अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि विधायक देवेंद्र सेहरावत की संजय सिंह पर आरोप भरी चिट्ठी ने नेताओं के चिंता बढ़ा दी है.
संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि देवेंद्र सेहरावत के आरोप बेबुनियाद हैं और वो उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा करेंगे. संजय सिंह ने खुद के ऊपर लगे आरोप गिनाते हुए बताया कि 'जब अन्ना जी का आंदोलन चला तब आरोप लगा की मैंने बीपीएल कार्ड बनवाया है. इसके बाद आसिफ मोहम्मद खान ने मेरे ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. लेकिन वो खबर झूठी निकली. फिर 3 से 4 दिन पहले मेरे ऊपर एक रैली में 5 लाख रुपए लेने का आरोप लगाया. और अब चौथी बार बिना प्रमाण के देवेंद्र सहरावत आरोप लगा रहा है कि महिलाओं का शोषण किया.'
'बीजेपी अकाली दल की साजिश'
संजय सिंह ने आम आदमी पार्टी के विजवासन विधानसभा से विधायक देवेंद्र सहरावत से सवाल पूछा और विरोधी दलों पर आरोप लगाते हुए कहा कि 'देवेंद्र सेहरावत ने पार्टी से 3 बार चुनाव लड़ा है. उनमे नैतिकता है तो बताएं कि 3 बार टिकट देते वक्त उन्होंने पार्टी को क्या फायदा पहुंचाया. देवेंद्र सेहरावत की नजदीकी योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण से जगजाहिर है. वो बताएं कि चुनाव जीतने के बाद उन्होंने पार्टी के लिए क्या किया? आज झूठा आरोप लगाने के लिए विधायक का इस्तेमाल हो रहा है. इसमें बीजेपी और अकाली दल की साज़िश है.'
'आरोप साबित हों तो संन्यास ले लूंगा'
संजय सिंह ने कहा कि 'अगर देवेंद्र सेहरावत के आरोप साबित हो जाता है तो मैं राजनैतिक जीवन से संन्यास ले लूंगा. मामला मेरे चरित्र से जुड़ा है, इसलिए देवेंद्र सहरावत के ऊपर मानहानि का केस करुंगा. माना वो हमारी पार्टी के विधायक हैं लेकिन बिना सबूत के आरोप लगाना सही नहीं है. देवेंद्र सेहरावत ने पंजाब की महिलाओं का अपमान किया है. पंजाब की जनता सही वक्त आने पर बदला लेगी.'
प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव पर लगाए आरोप
इस बीच संजय सिंह ने अपने पुराने साथी प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव का नाम लेते हुए ये आरोप लगाया कि उनके निष्कासन के बाद, देवेंद्र सेहरावत लगातार पार्टी के खिलाफ काम का रहे हैं. इसके बाद योगेंद्र यादव ने ट्विटर पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि 'ये पार्टी जिसके नेता कल तक डिफेमेशन कानून खत्म कराना चाहते थे, आज अपने ही विधायक पर डिफेमेशन कर रही है! क्यूं भाई?'. इसके बाद संजय सिंह ने ट्वीट किया 'तो क्या आम पार्टी में जो भी सच बोलेगा उसे स्वराज अभियान का सिपाही और हमारा साथी बता दिया जाएगा? अच्छा है फिर तो!'. इसके जवाब में देवेंद्र सेहरावत ने ट्वीट किया कि 'मैंने पूरी जिम्मेदारी के साथ दो चिट्ठियां लिखी थी, मैं अभी भी इसके साथ कायम हूं और अंत तक रहूंगा.'