MCD चुनाव को कई महीनों का वक्त बीत चुका है. बावजूद इसके आम आदमी पार्टी का मेयर चुने जाने के बाद प्रतिपक्ष में बैठे बीजेपी को अब तक नेता प्रतिपक्ष नहीं मिल रहा था. लेकिन अब वह कमी दूर हो गई है.
दिल्ली बीजेपी ने 4 महीने बाद ही सही आखिरकार दिल्ली नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष के नाम की घोषणा कर दी है. बहुत सारे सीनियर पार्षदों के नामों पर विराम लगाते हुए आखिरकार नॉर्थ एमसीडी के पूर्व मेयर राजा इकबाल सिंह को नेता प्रतिपक्ष के रूप में दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने नामित कर दिया.
बता दें कि बीते 8 जून को मेयर ने दिल्ली नगर निगम से चुने गए 6 स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों के नामों की घोषणा कर दी. 12 सदस्यों का चुनाव अभी जून से किया जाना है लेकिन सुप्रीम कोर्ट में एल्डरमैन के नॉमिनेशन को चुनौती दी गई है. सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई भी पूरी कर ली है और फैसला सुरक्षित रख लिया है. ऐसे में समर वेकेशन बीतने के बाद कभी भी फैसला आ सकता है.
अब दिल्ली नगर निगम में आम आदमी पार्टी का शासन है बीते साल हुए 4 दिसंबर को एमसीडी चुनाव के बाद 7 दिसंबर को परिणाम आए थे और सबसे ज्यादा 134 सीटें आम आदमी पार्टी ने जीती. ऐसे में करीब 15 सालों के शासन काल के बाद पहली बार एमसीडी में नेता प्रतिपक्ष बीजेपी का कोई सदस्य हो रहा है वह भी पूर्व मेयर.
अब राजा इकबाल सिंह को दिल्ली नगर निगम में प्रतिपक्ष का नेता बनाए जाने के बाद बीजेपी के 104 पार्षदों की कमान होगी. पार्टी ने जय भगवान यादव को पार्षद दल का उपनेता यानी उप नेता प्रतिपक्ष बनाया है.
उत्तरी दिल्ली के मेयर रह चुके हैं राजा इकबाल
राजा इकबाल सिंह उत्तरी दिल्ली के मेयर रह चुके हैं और दूसरी बार निगम पार्षद चुनकर आए हैं. जयभगवान यादव दिल्ली के गांव-देहात से आते हैं और दूसरी बार निगम पार्षद चुने गए. राजा इकबाल बीजेपी से पहले अकाली दल से जुड़े हुए थे क्योंकि दिल्ली नगर निगम में एंटी डिफेक्शन लॉ नहीं लगता है लिहाजा उन्होंने दिल्ली बीजेपी ज्वाइन कर ली थी और अब वह लगातार दूसरी बार चुनकर आए हैं.