बीजेपी ने शनिवार को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर कहा कि विपक्षी पार्टियों के करीब 24 सांसदों ने इस चुनाव में अपने नेतृत्व का निर्देश नहीं माना और NDA उम्मीदवार एम वेंकैया नायडू के पक्ष में मतदान किया. इस चुनाव में जहां वेंकैया नायडू को 516 वोट मिले, हालांकि पहले करीब 495 सदस्यों का समर्थन मिलने की उम्मीद थी.
पूर्व केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू को 68 फीसदी वोट मिले, जबकि विपक्ष के उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी को 32 फीसदी वोट हासिल हुए. इस समय विपक्ष के लिए चिंता का विषय यह है कि उसके उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी को वोट राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मीरा कुमार को मिले वोटों से 19 वोट अधिक हैं, हालांकि 40 और सांसदों ने उन्हें अपना समर्थन देने की बात कही थी.
राष्ट्रपति चुनाव में मीरा कुमार को 225 वोट मिले थे, जबकि गोपालकृष्ण गांधी को 244 वोट हासिल हुए. जिसमें की गोपालकृष्ण को मीरा से 19 वोट अधिक मिले हैं. तो वही BJD के 28 और JDU के 12 सांसदों ने राष्ट्रपति चुनाव में NDA का समर्थन करने के बाद इस समय हुए उप राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष (UPA)का साथ दिया.
मतगणना के बाद NDA इस नतीजे पर पहुंचा कि जो 40 वोट विपक्ष के उम्मीदवार को जाने वाले थे उनमें से सिर्फ छह वोट गए, तो इसका मतलब यह है कि उसके पक्ष में बड़े पैमाने पर क्रॉस-वोटिंग हुई है.
अधिकारियों के अनुसार 11 वोटों को अमान्य करार दिया गया जबकि कुल 14 सदस्यों ने अलग अलग कारणों से मतदान में हिस्सा नहीं लिया, जिनमें से तृणमूल कांग्रेस के चार, भाजपा, कांग्रेस एवं आईयूएमएल के दो तथा राकांपा एवं पीएमके एक-एक सदस्य शामिल हैं.