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मेडिकल रिपोर्ट में छेड़छाड़ का डर? ईडी ने कहा- LNJP के बजाय AIIMS में हो सत्येंद्र जैन की मेडिकल जांच

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बुरी तरह फंस चुके सत्येंद्र जैन को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है. ये याचिका ईडी द्वारा दायर हुई है. अपील हुई है कि सत्येंद्र जैन की मेडिकल जांच LNJP अस्पताल में ना की जाए

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सत्येंद्र जैन
सत्येंद्र जैन

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी जांच का सामना कर रहे दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में एक और याचिका दायर की गई है. ये याचिका ईडी द्वारा ही दायर हुई है. अपील हुई है कि सत्येंद्र जैन की मेडिकल जांच LNJP अस्पताल में ना की जाए. जांच एजेंसी को शक है कि इस अस्पताल में बनाई गई रिपोर्ट के साथ छेड़छाड़ संभव है.

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ईडी ने कहा है कि LNJP अस्पताल सीधे-सीधे दिल्ली सरकार के कंट्रोल में आता है. ऐसी संभावना है कि सत्येंद्र जैन की मेडिकल रिपोर्ट में छेड़छाड़ की जाए, वो पूरी तरह से सही ना रहे. ईडी ने इस बात पर भी जोर दिया है कि सत्येंद्र जैन का कद काफी बड़ा है और वे काफी प्रभावशाली रहते हैं. ऐसे में जैन का मेडिकल या तो AIIMS में होना चाहिए या फिर उन्हें सफदरजंग भेज देना चाहिए.

यहां ये जानना जरूरी हो जाता है इससे पहले 10 जुलाई को सतेन्द्र जैन ने निचली अदालत से खराब सेहत का हवाला देकर ज़मानत दिए जाने की मांग की थी. बाद में वे 15 जुलाई को LNJP अस्पताल में भर्ती हो गए थे. ED ने LNJP के दिल्ली सरकार के अंतर्गत होने की दलील देकर निचली अदालत से भी दूसरे अस्पताल में मेडिकल जांच कराने की मांग की थी. लेकिन निचली अदालत ने उनकी दलील को खारिज करते हुए LNGP को मेडिकल रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया था. लेकिन अब दिल्ली हाई कोर्ट में ईडी की तरफ से याचिका दायर की गई है.

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ये याचिका इसलिए मायने रखती है क्योंकि पश्चिम बंगाल में पार्थ चटर्जी के साथ भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला है. शिक्षा घोटाले में नाम सामने आने के बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया था. लेकिन तब अपनी खराब तबियत का हवाला देकर पार्थ बंगाल के ही किसी अस्पताल में भर्ती होना चाहते थे. लेकिन कलकत्ता हाई कोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज करते हुए साफ कहा था कि उनकी जांच भुवनेश्वर के AIIMS में की जाएगी. कोर्ट ने तर्क दिया था कि बंगाल में सत्तारूढ़ राजनीतिक दल के एक से अधिक नेताओं को गिरफ्तार किया गया था या पूछताछ के लिए जांच अधिकारी के सामने पेश होने का निर्देश दिया गया था, लेकिन उन्होंने एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती होकर जांच एजेंसी की ओर से की जाने वाली पूछताछ से खुद को बचा लिया था. 

अब इन्हीं सब कारणों को लेकर सत्येंद्र जैन मामले में ईडी दिल्ली हाई कोर्ट पहुंच गई है. उन्हें LNJP अस्पताल की मेडिकल रिपोर्ट पर ज्यादा भरोसा नहीं है.

 

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