दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ED को सह आरोपी अंकुश और वैभव जैन से जेल में पूछताछ की इजाजत मिली है. दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने ED के तीन अधिकारियों की टीम को 18 और 19 जनवरी को जेल में अंकुश और वैभव जैन से पूछताछ की इजाजत दे दी है.
तीन अधिकारियों की टीम में असिस्टेंट डायरेक्टर पवन कुमार, रजत भाटिया और पारस बाल्यान तिहाड़ जेल नंबर 7 में अंकुश और वैभव जैन से पूछताछ करेंगे. कोर्ट ने तिहाड़ जेल अथॉरिटी को कहा है कि वो ED अधिकारियों को लैपटॉप और दूसरे जरूरी समान ले जाने की इजाजत दे.
सत्येंद्र जैन के वकील ने जताया विरोध
ED ने सुनवाई के दौरान कहा कि मामले में नए तथ्यों को लेकर अंकुश और वैभव जैन से पूछताछ करनी है. अंकुश और वैभव जैन के वकील ने ED की इस याचिका का विरोध करते हुए कहा कि ED जिन नए तथ्यों की बात कर रही है, उनको कोर्ट के सामने अब तक नहीं रखा गया है. ED मामले में चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है. चार्जशीट में उन कथित नए तथ्यों का जिक्र नहीं है. लिहाजा वो डिफॉल्ट बेल के हकदार हैं.
जेल में अधिकारियों को धमकी दे रहे सत्येंद्र जैन
कुछ दिनों पहले जेस से सत्येंद्र जैन द्वारा धमकी दिए जाने की खबर भी सामने आई थी. दिल्ली की तिहाड़ जेल में कैबिनेट मंत्री सत्येंद्र जैन ने जेल अधिकारियों को धमकी दी थी कि सबको बाहर निकलकर देख लूंगा. सत्येंद्र ने जेल अधिकारियों को गाली देते हुए उनके खिलाफ कुछ भी करने वालों को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी था. जैन ने कहा था कि चाहे सर्विंग हो या फिर रिटायर्ड किसी को नहीं छोड़ेंगे.
जेल प्रशासन ने की जैन की शिकायत
इस मामले को लेकर जेल अधिकारियों ने लिखित में सत्येंद्र जैन के खिलाफ डीजी जेल से शिकायत भी की थी. शिकायत में अधिकारियों ने कहा था कि जेल में बंद मंत्री सत्येंद्र जैन उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं और जेल से बाहर आने पर उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देते हैं. इन अधिकारियों ने जेल में उनकी मालिश, भव्य भोजन और अन्य वीआईपी उपचारों की सुविधाओं का लाभ उठाने से रोकने की कोशिश की थी, जिसके बाद उन्होंने धमकी दी.
शिकायत करने वाले अधिकारियों में एआईजी जेल (तिहाड़), जेल नंबर 7 के अधीक्षक, तिहाड़ जेल के उपाधीक्षक, सहायक अधीक्षक और लॉ ऑफिसर शामिल थे. सहायक जेल अधीक्षक जयदेव और जेल उपाधीक्षक प्रवीण कुमार ने 8 दिसंबर को अपनी शिकायत में कहा था कि जब वो सत्येंद्र जैन को कारण बताओ नोटिस देने गए थे, तभी जैन ने उन्हें धमकी देते हुए कहा, 'मुझे सब पता है कि ये सब मोटे (referring to the Law Officer) ने करवाया है, जो लॉ ऑफिसर है. मैं बाहर निकलने के बाद इस जेल से CCTV फुटेज मांगूंगा और इस SCJ-7 राजेश चौधरी को बाहर निकलने के बाद देख लूंगा और इसे नौकरी करना सिखा दूंगा. इसके बाद उन्होंने SCJ-7 के बारे में भला-बुरा कहा.'