मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली की सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन को प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है. ईडी की ओर से दिल्ली सरकार के मंत्री को गिरफ्तार किए जाने के बाद दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (AAP) और केंद्र की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच बयानी जंग छिड़ गई है.
बीजेपी के नेता भ्रष्टाचार के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी को घेर रहे हैं. वहीं, आम आदमी पार्टी इसे हिमाचल प्रदेश के चुनाव से जोड़कर बीजेपी के खिलाफ आक्रामक है. दोनों ही दलों की ओर से वार-पलटवार जारी है. इन सबके बीच आपको बताते हैं कि आखिर वह कौन सा मामला है जिसमें ईडी ने सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया है.
सत्येंद्र जैन के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस
दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन को ईडी ने जिस मामले में गिरफ्तार किया है, वह मनी लॉन्ड्रिंग का है. बताया जाता है कि साल 2017 में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने सत्येंद्र जैन के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के तहत केस दर्ज किया था. इसमें सत्येंद्र जैन पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे थे. ईडी जिस मामले की जांच कर रही है, वह इसी पर आधारित है.
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आरोप है कि प्रयास इंफोसॉल्यूशंस, अकिंचन डेवलपर्स, मंगलायतन प्रोजेक्ट्स और इंडो मेटल इंपेक्स प्राइवेट लिमिटेड को 4.63 करोड़ रुपये मिले थे. बाद में जब ईडी ने जांच शुरू की, इन कंपनियों को शेल कंपनियों से 4.81 करोड़ रुपये मिलने का दावा किया. सत्येंद्र जैन का इन कंपनियों पर निदेशक या अधिक शेयर की वजह से नियंत्रण था.
पैसे कहां से आए? जानकारी नहीं दे सके जैन
इन कंपनियों को शेल बताते हुए तब जांच एजेंसी ने कहा था इनके पास ये पैसे कहां से आए, सत्येंद्र जैन इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दे सके. ईडी ने ये भी कहा था कि इस धनराशि का उपयोग दिल्ली और उसके आसपास भूमि की खरीद को लिया गया कर्ज अदा करने के लिए किया गया. आरोप है कि ये रकम कोलकाता एंट्री ऑपरेटरों को हवाला के जरिये पहुंचाई गई नकदी के बदले इन मुखौटा कंपनियों के माध्यम से दी गई थी.
सत्येंद्र जैन की पत्नी भी हैं आरोपी
सीबीआई ने इस मामले में सत्येंद्र जैन के साथ ही उनकी पत्नी और चार अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया था. सीबीआई और ईडी के अधिकारी कई बार इस मामले में सत्येंद्र जैन से पूछताछ कर चुके हैं. अभी पिछले ही महीने ईडी ने सख्त कदम उठाते हुए इन चार कंपनियों के अलावा एक अन्य कंपनी की अचल संपत्ति कुर्क कर दी थी. कुर्क की गई अचल संपत्ति करीब 4.83 करोड़ रुपये की बताई गई.