दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने मंत्रियों के काम काज में बदलाव करते हुए मंत्री सत्येंद्र जैन को शहरी विकास विभाग का काम सौंप दिया है. इसके पहले यह विभाग उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के पास था. इसके बाद विपक्ष ने फिर से केजरीवाल सरकार पर काम नहीं करने का आरोप लगाया.
केजरीवाल ने अपने पास कोई विभाग नहीं रखा
केजरीवाल के दूसरे राज्यों में चुनाव को लेकर लगातार बाहर रहने की बात कहकर दिल्ली के विकास को प्रभावित होने के आरोप पर भी सत्येंद्र जैन ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि पहली बार किसी सीएम ने अपने पास विभाग नहीं रखा. किसी भी राज्य में सीएम के पास 15-15 विभाग होते हैं.
केजरीवाल हर हफ्ते करते हैं रिव्यू
उन्होंने कहा कि सीएम केजरीवाल हर हफ्ते मंत्री को रिव्यू करते हैं. मंत्रियों को हर हफ्ते सीएम को जवाब देना होता है. छह मंत्री हफ्ते में एक दिन रिपोर्ट देते हैं. दो-तीन घंटे बैठकर वो रिव्यू करते हैं. उनका पूरा ध्यान उनका दिल्ली के ऊपर है. केजरीवाल 100 फीसदी दिल्ली पर ही ध्यान देते हैं. आज भी गुजरात गए हैं तो मुझे फोन आता है उनका.
सत्येंद्र जैन ने कहा कि अगर ऐसे ही पूछना है तो प्रधानमंत्री से पूछ लो कि वो देश पर कब ध्यान देंगे. आज तक किसी प्रधानमंत्री ने इतनी चुनाव रैली नहीं की है, वो 50-50 रैली कर रहे हैं.
पहले से दिया गया है अनियमित कॉलोनी का काम
नया विभाग मिलने पर उन्होंने कहा कि दिल्ली में अनियमित कॉलोनी का काम मुझे तीन महीने पहले दिया गया था, क्योंकि कई एजेंसी मेरे पास है और कोर्डिनेशन कमिटी भी शहरी विकास विभाग है, तो मुझे जिम्मेदारी मिली है.
मेरे पीछे ज्यादा लोग पड़े हैं
खास मंत्रियों पर अधिक मेहरबानी और बाकियों को खाली रखने के आरोप पर जैन ने कहा कि काम को बोझ नहीं कह सकते हैं. सबसे ज्यादा 11 मंत्रालय मनीष सिसोदिया जी के पास हैं, मेरे पास 7 हैं और गोपाल जी, कपिल के पास 5 मंत्रालय हैं. कोर्डिनेशन बेहतर हो इसलिए जिम्मेदारी दी गई है. वो बात अलग है कि मेरे पीछे लोग ज्यादा पड़े हैं.
एमसीडी का विवाद वहीं सुलझेगा
एमसीडी के विवादों पर जैन ने कहा कि एमसीडी को समझना होगा कि लोगों की सैलरी टाइम से दें. मेरे दो मुख्य काम हैं. पहला अनियमित कॉलोनी में विकास और दूसरा गरीबों के लिए घर. एमसीडी का विवाद वही सुलझा सकती है. .दिल्ली की जनता से निवेदन करेंगे कि इन्हें साफ करो. हमें तो पार्षदों ने परेशान कर रखा है.