दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का कहना है कि महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में कमी लाने के लिए उनकी जड़ों तक पहुंचना जरूरी है और इनकी जड़ें स्कूली शिक्षा से जुड़ी हैं.
'इंडियन एक्सप्रेस' की खबर के मुताबिक रविवार को महिला दिवस के मौके पर सिसोदिया ने कहा, 'हमारे स्कूलों को यह गारंटी देनी होगी कि जब उनके स्कूल से 16-17 साल का लड़का पढ़कर बाहर निकलेगा तो वह बलात्कारी नहीं बनेगा. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि वह महिलाओं की इज्जत करे और उनके खिलाफ कोई अपराध न करे. आज यह असंभव लगता है, लेकिन हमें अपना एजुकेशन सिस्टम ऐसा ही बनाना होगा.'
सिसोदिया ने कहा, 'शिक्षा मंत्री के तौर पर मैं ऐसा सिस्टम बनाने की चुनौती स्वीकार करता हूं, जहां स्कूल यह गारंटी दे सकें कि उनके बच्चे बड़े होकर बलात्कारी नहीं बनेंगे. उन्होंने कहा कि अगर हम इसकी गारंटी नहीं दे सकते तो हम बच्चों को जंगल भेज सकते हैं. हिंसा और चीखना-चिल्लाना तो बच्चा जंगल में भी सीख सकता है. अगर हम बच्चे को स्कूल भेज रहे हैं तो इस गारंटी के साथ भेजें और स्कूल इसी गारंटी के साथ उसे स्वीकार करें कि उसके अंदर बलात्कारी को जिंदा नहीं रहने देंगे.