कोरोना की दूसरी लहर के बाद विभिन्न राज्यों में स्कूलों के दोबारा खुलने का सिलसिला शुरू हो गया है. हालांकि, दिल्ली में अब तक स्कूलों को खोले जाने को लेकर कोई ऐलान नहीं हुआ है. उधर, दिल्ली सरकार ने स्कूलों को खोले जाने को लेकर रायशुमारी की है. पैरेंट-टीचर मीटिंग के बीच अभिभावकों का तगड़ा रिस्पॉन्स मिल रहा है. दरअसल, स्कूल खोले जाने के मसले पर अभिभावक और स्कूल प्रशासन बंटे हुए हैं. दिल्ली अभिभावक संघ ने ट्विटर पोल के जरिए यह दावा किया है कि 78 फीसदी लोगों ने स्कूल ना खोले जाने के पक्ष में वोट दिया है.
संघ की अध्यक्ष अपराजिता गौतम ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए अभी स्कूलों को खोलना बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है, क्योंकि दूसरी लहर में स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव को सभी ने देखा है. ऊपर से अभी बच्चों का टीका भी नहीं आया है. अगर फिर भी सरकार स्कूल खोलना चाहती है तो पहले कोर्ट में बच्चों के स्वास्थ्य की सारी जिम्मेदारी उठाने को लेकर शपथपत्र दे. शपथपत्र को सार्वजनिक करे और अभिभावकों की राय वोट के जरिए मांगी जाए.''
वहीं, दिल्ली स्टेट पब्लिक स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष आर. सी. जैन राजधानी में स्कूल खोलने की मांग की है. एसोसिएशन के मुताबिक, दिल्ली में संक्रमण दर एक फीसदी से नीचे चल रही है. ऐसे में कुछ पाबंदियों के साथ स्कूल खोले जाने चाहिए. सरकार को उन राज्यों का अध्ययन करना चाहिए जहां पर स्कूल खोले गए हैं.
अभिभावक संदीप वैद ने कहा कि उनका बच्चा शाहदरा केडी फील्ड पब्लिक स्कूल में पढ़ता है जो कि डेढ़ साल से बंद है. अब वक्त आ गया है कि स्कूलों को खोला जाना चाहिए. बता दें कि एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया पहले ही कह चुके हैं कि बच्चो में हुए कमतर संक्रमण को देखते हुए स्कूलों को खोला जा सकता है.
तो क्या दिल्ली के पेरेंट्स चाहते हैं दिल्ली के स्कूलों को खोलना?
दिल्ली सरकार ने लोगों की राय इस बात को लेकर के मांगी है कि क्या दिल्ली में कोरोना की दूसरी लहर के बाद स्कूलों को खोला जाए या नहीं. बुधवार को खुद उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस बारे में लोगों से जानकारी मांगी थी और साथ ही एक ईमेल एड्रेस भी जारी किया, जिसके जरिए लोग अपने सुझाव सरकार को भेज सकते हैं. जानकारी के मुताबिक, दिल्ली सरकार को अपनी इस पहल पर जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला. एक दिन के भीतर ही हजारों ईमेल दिल्ली सरकार को इस बारे में प्राप्त हुए हैं.
वैसे तो अभी आने वाले कई दिनों तक लोग अपनी राय ईमेल के जरिए सरकार के पास भेज सकते हैं, लेकिन शुरुआती जानकारी की माने तो ज्यादातर लोग चाहते हैं कि दिल्ली में स्कूलों को खोल दिया जाए. सूत्रों की मानें तो लगभग 20,000 से ज्यादा ईमेल दिल्ली सरकार को अब तक इस मामले में मिल चुके हैं और उनमें से ज्यादातर लोगों की राय यही है कि बच्चों की शिक्षा स्कूल बंद होने के कारण प्रभावित हो रही है. इसलिए तमाम सावधानी को बरतते हुए स्कूल खोले जाने पर विचार सरकार को जरूर करना चाहिए.