एक तरफ दिल्ली डेंगू और चिकनगुनिया से जूझ रही है वहीं दूसरी तरफ दिल्ली के कई इलाकों में चल रही निर्माणाधीन मेट्रो साइट में काम करने वाले सैकड़ों कर्मचारी भी मच्छरों की जद में आ गए. दरअसल इन साइट्स में एमसीडी के फॉगिंग करने वाले कर्मचारी नहीं आते, ऐसे में यहां मच्छर पनपते हैं.
'आज तक' ने की पड़ताल
'आज तक' की टीम ने इन्हीं मेट्रो की साइट्स का जायजा लिया. कड़कड़डूमा कोर्ट के ठीक सामने बने मेट्रो साइट में कई कर्मचारी और गार्ड के बीमार होने की बात पता चली. मौके पर ही मौजूद गार्ड ने बताया कि वह खुद चिकनगुनिया से पीड़ित है और अभी भी इलाज चल रहा है. दूसरे कर्मचारियों ने इस साइट पर दिखाया कि किस तरह से मच्छरों की भरमार है. गार्ड ने बताया कि किस तरह से उन्हें इन्हीं मच्छरों से जूझते हुए ड्यूटी करनी पड़ती है.
हैरानी की बात यह है कि यहां से बमुश्किल सौ मीटर दूर एमसीडी का जोनल ऑफिस है. कई बार शिकायत करने के बावजूद भी एमसीडी के फॉगिंग कर्मचारी साइट के अंदर फॉगिंग करने नहीं आए.
साइट के अंदर नहीं होता छिड़काव
उसके बाद हमारे रिपोर्टर मयूर विहार में मेट्रो की साइट पर पहुंचे. वहां की एक सुपरवाइजर ने नाम न छापने की शर्त में बताया की साइट के कई कर्मचारी बुखार से पीड़ित हैं. कुछ चिकनगुनिया और कुछ डेंगू तक की जद में आ गए हैं. इस साईट के आसपास बड़ी तादाद में सड़कें खुदी पड़ी हैं, जिसमें पानी जमा रहता है. एक आदमी ने बताया कि एमसीडी के कर्मचारी आस-पास के रिहायशी इलाकों में छिड़काव करने तो आते हैं, लेकिन साइट के अंदर कभी भी छिड़काव नहीं करते हैं. जाहिर है अगर एमसीडी ने अभी भी कदम नहीं उठाए तो दिल्ली की तमाम मेट्रो साइट्स में काम करने वाले सैकड़ों कर्मचारी इन गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं.