प्रेस कॉन्फ्रेंस की प्रमुख बातें
एक आदमी की पार्टी बन गयी है. लालू यादव से गले मिल रहे हैं ये लोग.
संविधान और फाउंडर मेंबर के नाम इलेक्शन कमीशन में जमा हैं.
मार्च में बाउंसर लगाकर बैठक की थी, क्योंकि कार्यकाल खत्म हो रहा है इसलिए बैठक 23 को बुला रहे हैं.
मुझे अभी तक राष्ट्रीय परिषद से निकाला नहीं है.
जिस तरह पिछली तरह बैठक की गई वैसा ही रवैया इस बैठक में भी अपनाने जा रहे हैं.
भ्रष्टाचार छोड़कर अरविन्द केजरीवाल सिंगल आदमी पार्टी बना चुके हैं.
कोर्ट और इलेक्शन कमीशन में इन्हें चैलेंज करेंगे.
आम आदमी पार्टी में हर संयोजक चुनाव से बनता था. इसके अलावा उप और सह संयोजक भी बनते थे.
संविधान के आधार पर पार्टी बनी थी लेकिन 300 चमचों को बुला रहे हैं.
बहुत से लोगों को नहीं बुलाया जा रहा है.
राष्ट्रीय परिषद की बैठक के लिए 2 हफ्ते का नोटिस का संविधान का प्रावधान है.
जगह बदलने की क्यों जरूरत पड़ी.
उस बैठक में लोगों को उकसा कर अरविन्द ने मेरे ऊपर हमला करवाया था.
खाप की तरह पार्टी को चलाया जा रहा है.
सस्पेंड करने के लिए भी संविधान में लिखा है लेकिन सारा काम गैर कानूनी ढंग से चल रहा है.
ये क्या प्रदेश और दिल्ली संभालेंगे.
ये असंवैधानिक बैठक है.
इनका चुनाव निशान झाड़ू भी इनसे छिन सकता है.
पहले उन्हें गैर कानूनी काम करने दीजिये फिर हम कानूनी रुख लेंगे.
अरविन्द केजरीवाल की वजह से लाखों उम्मीदें टूटी हैं.
हमने बैठक के लिए आमंत्रित हुए लोगों की लिस्ट मांगी लेकिन नहीं दी गई.
हम पार्टी का रजिस्ट्रेशन रद्द करने की मांग करते हैं.
किसी वकील ने सलाह दी होगी की मैंने जो 2 करोड़ जो दान दिया था वो वापस नहीं करना पड़ेगा. इसलिए मुझे बुलाया है.
हर विधायक भ्रष्टाचार से ही 1 लाख रुपये जमा कर सकता है पार्टी में.
हम बैठक में नहीं जायेंगे अगर कॉन्सटीट्यूशन क्लब में होता तो सोचते.