राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) स्टूडेंट शरजील इमाम की पुलिस कस्टडी आज खत्म हो रहा है. क्राइम ब्रांच की टीम आज उसे कोर्ट में पेश करेगी. सूत्रों के मुताबिक, क्राइम ब्रांच को फिलहाल शरजील की कस्टडी की जरूरत नहीं है, लिहाजा कोर्ट से कस्टडी की मांग नहीं की जाएगी. माना जा रहा है कि शरजील को कोर्ट न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज देगी.
बता दें शरजील इमाम को पिछले महीने ही बिहार से दिल्ली लाया गया था. जिसके बाद पटियाला हाउस अदालत के मुख्य न्यायायिक दंडाधिकारी (सीएमएम) पुरुषोत्तम पाठक ने आरोपी को पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा था.
हालांकि दिल्ली पुलिस अपराध शाखा की एसआईटी ज्यादा दिन का पुलिस रिमांड चाहती थी. 29 जनवरी को दोपहर के वक्त शरजील जैसे ही दिल्ली पहुंचा, उसका मेडिकल चैकअप कराया गया. मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद शाम करीब छह बजे आरोपी को सीएमएम के सामने पेश किया गया. सीएमएम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए शरजील इमाम को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया.
जामिया हिंसा मामले में भी जांच
बीते साल 13 और फिर 15 दिसंबर को दक्षिण-पूर्वी दिल्ली जिले के जामिया विश्वविद्यालय, जामिया-जाकिर नगर और न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी इलाके में हुई हिंसा के बारे में भी क्या शरजील इमाम की भूमिका संदिग्ध थी? पूछे जाने पर डीसीपी राजेश देव ने कहा, "हां, बिलकुल पूछताछ होगी. प्राथमिकता पर मगर इसके विवादित वीडियो टेप रहेंगे. उसके बाद फिलहाल इस आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि उन दंगों (जामिया विवि, जाकिर नगर) में भी इसका हाथ निकल आए."
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विवादित वीडियो और जामिया जाकिर नगर दंगों में पूछताछ के लिए क्या पांच दिन का रिमांड काफी होगा? डीसीपी क्राइम ब्रांच ने कहा, "फिलहाल तो इसी में ज्यादा से ज्यादा तथ्य तलाशने की टीमें कोशिश करेंगी. जरूरत हुई तो दोबारा भी अदालत से शरजील इमाम की रिमांड बढ़ाने की गुजारिश पुलिस कर लेगी. इसमें कोई ज्यादा समस्या वाली बात नहीं है."