दिल्ली में चुनाव की आहट के साथ ही मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कांग्रेसी विधायकों के दिलों की धड़कन बढ़ा दी है. विधानसभा सत्र के ठीक पहले कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शीला ने विधायकों की जीतने की संभावना पर अपने कराए गए सर्वे का जिक्र छेड़ दिया. कांग्रेसी विधायकों को दो टूक कहा कि उनमें से दस की हालत ठीक नहीं है और जो अपना नतीजा जानना चाहते हैं वो अलग से सीएम से मिल सकते हैं.
दिल्ली के कांग्रेसी विधायकों की हालत मंगलवार को सीएम शीला दीक्षित ने खराब कर दी. विधायक दल की बैठक में सभी विधायकों के सामने मुख्यमंत्री ने एक सर्वे का जिक्र किया और बताया नतीजे कई विधायकों के लिए अच्छे नहीं हैं. शीला दीक्षित ने कहा, 'अगर आप सर्वे करा सकते हैं तो क्या मैं नहीं करा सकती.'
सूत्रों की मानें तो शीला ने साथ में यह भी कह डाला कि सर्वे किसी एक एजेंसी से नहीं कराए गए हैं बल्कि कई एजेंसियों से हुए हैं, जिनमें सरकारी एजेंसियां भी शामिल हैं. अब चुनाव से पहले ही घबराए कई एमएलए साहब की घिघ्घी बंधनी तो लाजिमी थी. मगर बात बॉस शीला दीक्षित की है, इसलिए सब संभल कर बोल रहे हैं.
सीलमपुर से कांग्रेस विधायक मतीन अहमद ने कहा, 'सर्वे तो होते हैं, उनमें से कई के नतीजे अच्छे आते हैं और कई के बुरे.' वहीं, मॉडल टाउन से कांग्रेस विधायक कंवर करण सिंह ने कहा कि चुनाव की तैयारियों में कई चर्चाएं होती हैं.
पहले कई और दलों से नेताओं को अपनी पार्टी में मिलाया और अब पार्टी विधायकों को संभलने की हिदायत. मकसद साफ है कि शीला दीक्षित इन चुनावों को आसान नहीं मान रहीं हैं. इसलिए हर सीट के लिए अलग रणनीति की बात कर रही हैं.