दिल्ली सरकार तिहाड़ प्रशासन से खासा नाराज है. दरअसल नाराजगी इस बात के लिए है कि जेल के भीतर होने वाली अहम घटनाओं या वारदात की जानकारी सरकार को क्यों नहीं दी जाती है.
मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की नाराजगी है कि सभी अहम मुद्दे चाहे गैंगरेप के आरोपी रामसिंह की खुदकुशी का मामला हो या फिर कैदियों के बीच झड़प या फिर कोई और, किसी भी बात की जानकारी उन्हें नहीं दी जाती है. सोमवार को शीला दीक्षित तिहाड़ की डीजी विमला मेहरा को आदेश दिया कि वो इस शुक्रवार तक तिहाड़ के प्रशासन और कामकाज के ढांचे में बदलाव का ब्लूप्रिंट सरकार को सौंपें.
इससे पहले जेल प्रशासन को राम सिंह की खुदकुशी के मामले में भी उस घटना के 14 दिन के बाद एक रिपोर्ट सौंपनी थी, जो उन्होंने आजतक नहीं दी. तिहाड़ प्रशासन का कहना है कि उनके पास पर्याप्त स्टाफ नहीं है. इस पर दिल्ली सरकार ने भरोसा दिया है कि अगर उसके पास दरख्वास्त आयी तो तिहाड़ को स्टाफ मुहैया कराया जाएगा.