लद्दाख में LAC पर गलवान घाटी में चीन से हिंसक झड़प में भारतीय सैनिकों की शहादत के बाद चीनी ऐप पर भारत में बैन किए जाने को क्रिकेटर शिखर धवन ने सही करार दिया है. हालांकि जब उनसे पूछा गया कि क्या क्रिकेट में चीनी कंपनियों का बहिष्कार किया जाना चाहिए तो उन्होंने कहा कि यह सरकार का मुद्दा है. सरकार जो फैसला करेगी हम उसका समर्थन करेंगे.
भारत चीन विवाद पर क्रिकेट शिखर धवन ने कहा, 'हमारे सैनिक शहीद हुए. हमें उनपर गर्व है. साथ ही केंद्र सरकार द्वारा चीन पर जो डिजिटल स्ट्राइक की गई है, वो सही फैसला है. पूरा देश सैनिकों के साथ है. हमारे सैनिकों ने हर लेवल पर उनको मुंहतोड़ जवाब दिया है.'
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क्या क्रिकेट में चीनी कंपनियों का बहिष्कार होना चाहिए? इस पर शिखर धवन ने कहा, 'ये सरकार का मामला है. मैं इसमें कोई नहीं होता बोलने वाला. मैं कोई अपनी राय नहीं देना चाहूंगा. जो सरकार करेगी बतौर नागरिक उसका समर्थन करेंगे. चीनी ऐप बैन हए हैं. मेरे हिसाब से अच्छा कदम था.' बल्लेबाज शिखर धवन ने हिंदू शरणार्थी परिवारों से मुलाकात के दौरान यह बात कही.
शरणार्थी परिवारों से मिले शिखर धवन
असल में कोरोना काल में बल्लेबाज शिखर धवन शनिवार को दिल्ली के मजलिस पार्क स्थित उस बस्ती में पहुंचे थे, जहां पाकिस्तान से आए कई हिंदू शरणार्थी रह रहे हैं. शिखर धवन ने उन्हें कोरोना संक्रमण से बचने के उपाय बताए. साथ ही वहां रहने वाले बच्चों को क्रिकेट किट भी दिए.
असल में, नार्थ दिल्ली के मजसिल पार्क स्थित महाराणा प्रताप बस्ती है. इस बस्ती में 300 परिवार रहते हैं जिनकी आबादी लगभग 1300 के आस पास है. शिखर धवन ने इस दौरान हिंदू शरणार्थी परिवारों को कोरोना महामारी से कैसे बचें, उसके उपाय भी उनको बताएं. कैसे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. एक ही टॉयलेट का इस्तेमाल सब न करें. बार बार हाथ धोएं और मास्क का इस्तेमाल करें. शिखर धवन ने ये सब जानकारी शरणार्थी परिवारों को दी.
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शिखर धवन ने इस बस्ती में रहने वाले लोगों को पोर्टेबल टॉयलेट भी प्रदान किए ताकि सैनिटाइजेशन का पूरा ये लोग ख्याल रख सकें और इस महामारी से बच सकें. 'आजतक' शिखर धवन ने भारत-चीन में तनाव और कोरोना महामारी जैसे मुद्दे पर खुलकर बात की ओर अपनी राय रखी.
शिखर धवन ने कहा कि कोरोना की कोई दवाई नहीं है. इसमें जो नियम हैं उनका पालन करना जरूरी है. मास्क, सोशल डिस्टैंसिंग का पालन हो. नागरिक के तौर पर हम नियमों का पालन करें ये बहुत जरूरी है.