दिल्ली आतंकियों के निशाने पर है. इस्लामिक स्टेट जैसे आतंकी संगठन यहां हवाई हमला करने की फिराक में हैं. गृह मंत्रालय ने चेतावनी जारी की है. सुरक्षा एजेंसियों ने दिल्ली के 15 पॉइंट तैयार किए हैं, जिन्हें निशाना बनाया जा सकता है. हमला ड्रोन, यूएएस (अनमैन्ड एयर सिस्टम) और पैरामोटरों से किया जा सकता है. इसलिए गृह मंत्रालय ने दिल्ली के आसमान में कुछ भी संदिग्ध दिखाई देते ही उसे उड़ा देने के आदेश दिए हैं.
उच्च स्तरीय बैठक भी हुई
वायुसेना जैसे ही किसी भी चीज को संदिग्ध करार देगी, सुरक्षा एजेंसियों को पूरा हक होगा कि वे उसे उड़ा दें. इसे लेकर दिल्ली पुलिस, सीआईएसएफ, नागरिक उड्डयन मंत्रालय और वायुसेना के अधिकारियों की बैठक भी हुई. गृह मंत्रालय ने इन सभी से ऐसे हमलों से निपटने की तैयारी पर सुझाव मांगे हैं.
पिछले महीने ही दिखा था संदिग्ध ड्रोन
पिछले महीने ही दिल्ली एयरपोर्ट के आसपास एक ड्रोन दिखा था, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां अभी तक इसका रहस्य सुलझाने में नाकाम रही हैं. इसके मद्देनजर अब उच्च स्तरीय बैठक में एक स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग सिस्टम बनाने पर भी चर्चा हुई.
पीएम आवास पर भी मंडरा रहा खतरा
गृह मंत्रालय ने कहा है कि पीएम आवास पर भी खतरा मंडरा रहा है. इसके अलावा राष्ट्रपति भवन, राजपथ और इंडिया के आसपास के इलाके और सीबीआई, सीआईएसएफ और बीएसएफ के मुख्यालयों पर भी खतरा है.
ऐसे काम करेगा मैकेनिज्म
सूत्रों के मुताबिक सुरक्षा एजेंसियों ने गृह मंत्रालय को एक ड्राफ्ट सौंपा है. इसके मुताबिक सुरक्षा जवानों से कहा गया है कि कोई भी संदिग्ध चीज उड़ते देखें तो सबसे पहले सेंट्रल कंट्रोल रूम को सूचित किया जाएगा. बिना किसी देरी के वायुसेना को भी बताया जाएगा. वायुसेना यदि इसे नॉन-फ्रेंडली बताता है तो उसे उड़ा दिया जाएगा.